Tuesday 17 March 2015

कोलकोता महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष थोमस डिसूजा और पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा ने अफसोस जाहिर किया

अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान किया जाए ताकि
देश-प्रदेश में अमन कायम रहे

                                                  जल्द से जल्द गुनाहगारों पर उचित कार्यवाही की मांग
लोगों ने महिला मुख्यमंत्री ममता दीदी को घंटों घेराव किए

पश्चिम बंगाल। बुजुर्ग नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने को लेकर नाराज हैं लोग। इसका नजारा देखने को मिला। जब रानाघाट स्थित हॉस्पिटल में जाकर नन को देखने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जा रही थीं। गुस्से लाल चेहरे वाले लोगों ने महिला मुख्यमंत्री ममता दीदी को घंटों घेराव किए। इस बीच कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मेरी की सिस्टर सुपीरियर की हालत स्थित है। चिकित्सकों ने बताया कि सिस्टर का सफल ऑपरेशन किया गया।

जल्द से जल्द गुनाहगारों पर उचित कार्यवाही की मांगः अल्पसंख्यक ईसाई  कल्याण संघ,पटना के अध्यक्ष एस.के.लॉरेंस और सचिव ए. पैट्रिक ने कहा है कि इस देश को हमलोग भारत माता कहकर भारत माता को सम्मान व्यक्त करते हैं। वहीं इस देश का बड़प्पन है कि यहाँ की महिलाओं को श्रद्धापूर्ण दृष्टि से देखते हैं। महिलाएं ,जो माँ, बेटी, बहन के रूप में सम्मानित होती हैं।

आज हर क्षेत्र में महिलाओं की गाथा शिखर में हैं। ऐसे महिलाओं के प्रति अपार स्नेह है। जो घरद्वार छोड़कर मानवसेवा करने को सदैव तत्पर रहती हैं। समाज और जरुरतमंदों की सेवा करने को अपने आप को आजीवन समर्पित कर देती हैं। हां,हां अपने ही देश में गंदी मानसिकता के पोषक वाले पुरुष वर्ग के कुछ लोगों के द्वारा परिस्थितिवश हवस के शिकार होने को बाध्य हो जाती हैं। बहुत अच्छा होता कि उस वक्त धरती फट जाती और महिलाएं आबरू बचाने में सफल हो जाती।
अभी-अभी समाज को शर्मशार करने वाली करतूत सामने आयी है। कुंठित मानसिकता वाले कुछ पुरुषों ने महिला मुख्यमंत्री के शासनकाल पश्चिम बंगाल में घृणौनी कार्य अंजाम दे दिया है। नदिया जिले के गंगनापुर जिले में संचालित कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मेरी हाई स्कूल की सिस्टर सुपीरियर माँ रूपी 71 वर्षीय ईसाई धर्म बहन से दुष्कर्म कर दिया।ज्वलंत सवाल है कि बदमाशों को उस समय क्या उनमें अपनी माँ एवं बहन की याद नहीं आई?

आजकल जिस तरह अल्पसंख्यकों के खिलाफ धार्मिक उन्माद का वातावरण तैयार किया जा रहा है। जिस प्रकार नफरत का बीच बोया जा रहा है। उसकी भावना यदाकदा उत्पन होने लगा है। दिल्ली, बिहार, बंगाल, हरियाणा, मध्यप्रदेश आदि जिलों में देखा और सुना जा सकता है।यह घृणौनी घटना कहीं उसी तरह की मानसिकता का प्रतिफल तो नहीं है?इस दरिंदगी एवं घृणौनी घटना से मर्माहत देश का ईसाई समुदाय एवं देश की सभ्य जनता तथा महिलाएं इसकी घोर निंदा करते हुए प.बंगाल की  मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधान मंत्री से जल्द से जल्द गुनाहगारों पर उचित कार्यवाही की मांग करती है तथा दोनों सरकारों से इस घृणौनी घटना पर स्पष्टीकरण चाहती है।

शुक्रवार देर रात को घटी घटना को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका हैं। केवल संदेह के घेरे में 8 लोगों से पूछताछ की जा रही है। वहीं कोलकोता महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष थोमस डिसूजा और पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा ने अफसोस जाहिर किया है। अनुसंधान कार्य काफी स्लो है। वहीं मांग किया गया है देश के अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान किया जाए ताकि देश-प्रदेश में अमन कायम रहे।


आलोक कुमार

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