गया। मम्मी! मैं भूखा हूँ।मैं कार्तिक के रूचि
वाला मैगी मशाला नूडल्स् हूँ।हाँ-हाँ ठहर जा। केवल दो मिनट में तैयार कर देती
हूँ। दो मिनट में मैगी मशाला नूडल्स् तैयार हो गया। इसके बाद बच्चे और मम्मी प्रेम
से मैगी का लुफ्त उठा-उठाकर खाने लगते हैं। खुश होकर मम्मी बच्चों से कहती हैं कि
मेरी खुशियों की रेस्पी मैगी है। कारण कि मैगी में कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा
भी है। इसमें टेस्ट भी है और हेल्थ भी है। यह विश्वनीय भी है एफएसएआई ने लाईसेंस
भी दे रखा है।
यह उपहार 1872 में जुलियस मैगी ने इंसान को दिया था। नेस्ले इंडिया ने 75 साल के बाद 1947 में मैगी उद्योग
को खरीद लिया। नेस्ले इंडिया ने 35 साल के बाद 1982 में मैगी को इंडियन मार्केट में उतार दिया। आम से खास लोगों
के घरों में मैगी को धड़ल्ले से पहुँचाने में सिनेमा कलाकारों को विज्ञापन करने में
सहयोग लिया। अव्वल 2004 में प्रिति जिंटा को, 2012 में महानायक अमिताभ बच्चन को और 2014 को धकधक करने वाली माधुरी दीक्षित को करोड़ों रूपए देकर विज्ञापन कराया।
इनके भावनाओं से प्रेरित होकर मैगी सर्वसाधारण के द्यरों में समा गया। मैगी की
कीमत 12 रूपए और वजन 70 ग्राम है। इससे कोई भी अछूता नहीं रह गया है। यह इमेज को ऊंच कोटि में
पहुँचाने में सहायक होने लगा।
यूपी के
बाराबंकी में प्रथम बार संजय सिंह,एफएसओ ने 2014 में मैगी के सैंपल लेकर जाँच की। इस क्रम में मैगी के सैंपल
में चौंकाने वाले परिणाम सामने आया है। मैगी के रेपर पर लिखे मात्राओं से अधिक ही
की मात्रा मैगी में पाया गया। इसमें एमएसडी (मोनो सोडियम ग्लूटामेट) की मात्रा
अधिक थी। मैगी में अधिक मात्रा में एमएसडी रहने की खबर फैलने लगी। आज की तारीख में
प्लेट से मैगी गायब होने लगी है। लोगों के दिलोंदिमाग में डर समा गया है। कैंसर तक
की बीमारी हो सकती है।
सेहत से
खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ मुजफ्फरपुर में स्थित मुंसीफ के कोर्ट में वकील सुधीर
ओझा ने मामला दर्ज किया है। विद्धान अधिवक्ता ने काजी मोहम्मदपुर थाने में एफआईआर
दर्ज करके नामदज महानायक अमिताभ बच्चन,माधुरी
दीक्षित, प्रीति जिंटा, मोहन गुप्ता और शबाब आलम को गिरफ्तार करने का आदेश निर्गत किया। इन लोगों
पर आई.पी.सी. के धारा 270,272,273,275,276 और 420 दर्ज किया गया है। इसी तरह बाराबंकी में मामला दर्ज कराया
गया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने भी कार्रवाई करने पर अमादा है। इस
संदर्भ में अमिताभ बच्चन कहते हैं कि 2 साल पहले
ही विज्ञापन करना छोड़ दिए हैं। वहीं प्रीति जिंटा का कहना है कि 12 साल पहले विज्ञापन की थीं। फिर इसमें क्यों घसिटा जा रहा है?
इस समय
सेहत से खिलवाड़ करने वाली मैगी के खिलाफ बवाल मचा हुआ है। केरल सरकार ने मैगी पर
प्रतिबंद लगा दिया है। अन्य सभी राज्य की सरकार मैगी की जांच करवाने में जूट गयी
है। जाँचोपरांत कदम उठाया जाएगा। इस समय बिहार के बाजारों से मैगी गायब है। अगर
बाजार में मैगी है तो खरीददार ही नहीं हैं।
आलोक
कुमार
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