Thursday, 13 August 2015

जब सहोदर बनकर जाने वाले को 110 साल की बुजुर्ग सहोदरी देवी ने डंडा दिखाने लगीं.......

एक तरफ गंगा नदी और दूसरी तरफ रोड है
इसके बीच के स्थान पर बसाया जा रहा है

आसपास गड्ढा है, उक्त गड्ढे को मिट्टी से भरकर 205 
परिवारों को पुनर्वास करने का आग्रह

डंडा दिखाने लगीं,सहोदरी
पटना। दीघा में रेल-सह-सड़क पुल निर्माण किया जा रहा है। हालांकि 9 अगस्त 2015 को पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन का उद्घाटन कर दिया गया। इस अवसर पर इंजन ट्रायल भी किया गया। अभी पटना की तरफ के गाईड बांध को लेकर अवरोध जारी है। माननीय उच्च न्यायालय, पटना ने  27 जुलाई, 2015 को जिला प्रशासन को यह आदेश दिया है कि 15 दिनों दिनों के अंदर बिन्द टोली के 205 परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए।

यहां के लोगों ने कहा कि माननीय पटना उच्च न्यायालय के एकल बेंच ने बिन्द टोली को रैयती जमीन करार दी है। वहीं मुख्य न्यायाधीश ने गैर मजरूआ आम भूमि करार दी है। इसी को आधार बनाकर माननीय न्यायालय ने जिला प्रशासन को यह आदेश दिया है कि 15 दिनों के अंदर बिन्द टोली को खाली करा दें। इस आदेश से बिन्द टोली में 100 साल से रहने वाले लोग आक्रोशित हैं। बच्चे और जवानों के साथ 110 साल की बुजुर्ग सहोदरी देवी भी गुस्से में हैं। जब सहोदरी देवी के परिवार के लोगों ने फोटो खिंचवा लेने को कहने लगे तो वह डंडा दिखाने लगीं। इस बाबत परिवार वालों का कहना हैं कि बिन्द टोली को खाली करवाने से परेशान हैं। इस लिए डंडा दिखा रही हैं।

 बिन्द टोली
बहरहाल, यहां के लोगों का कहना है कि बिन्द टोली को बचाने का प्रयास जारी है। माननीय पटना उच्च न्यायालय के एकल बेंच के आदेश और अन्य दस्तावेजों के सहारे माननीय न्यायालय के डबल बेंच में अपील की गयी है। एक-दो दिनों में फैसला सामने आने वाला है। राम लगन महतो कहते हैं कि जिला प्रशासन के द्वारा पटना दियारा क्षेत्र के कुर्जी मोहल्ला में बसाया जा रहा है। एक तरफ गंगा नदी है और दूसरी तरफ रोड है। इसके बीच के स्थान पर बसाया जा रहा है। यहां पर पहुंचने के लिए हरेक दिन नाव में सवार होना पड़ेगा। तब जाकर स्थान पर पहुंचा जा सकता है। यहां के लोगों का कहना है कि बिन्द टोली के आसपास गड्ढा है। उक्त गड्ढे को मिट्टी से भरकर 205 परिवारों को पुनर्वास किया जाए।

जबतक बिन्द टोली को खाली नहीं करवाया जा रहा है,तबतक गाईड बांध नहीं बन पाएगा। जब गाईड बांध बन जाएगा। इसके 2 माह के अंदर गंगा ब्रिज पर सवारी गाड़ी का परिचालन प्रारंभ कर देगी।

आलोक कुमार

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