Monday 17 August 2015

एन. डी. ए. सरकार ‘लालटेन’युग का खात्मा करने का किया ऐलान

1000 दिनों के अंदर घर में बिजली की रोशनी

1000 दिनों के अंदर घर में होगा बिजली की रोशनी से गुलजार

पटना। आजादी के 6 दशक के बाद भी गांव में अंधेरा पसरा रहता है। गौरतलब है कि इस समय देश के 18 हजार 500 गांवों में बिजली आपूर्ति नहीं की जा सकी है। कई गांवों में बिजली देने के वादे के साथ सरकार ने केवल बिजली खंभा लगवाकर वाहवाही लूटने में कामयाब हो गयी है।वहीं ग्रामीण क्षेत्र समझकर लोग संतोष कर घर में बैठ जाते हैं। ग्रामीण विघुतिकरण योजना के तहत कार्य मंथरगति से होता है। इस के कारण गांवों में रफ्तार से बिजली लाने का कार्य नहीं हो पाता है।

अब केन्द्रीय सरकार गांवों में पसरे अंधेरे को दूर करने का ऐलान किया है।इस तरह के ऐलान से गांवों के घरों से ढीबरी और लालटेन युग का खात्मा हो जाएगा। अगर यह संभव हो जाता है तो देश के भविष्य बच्चे और नौजवानों को फायदा होगा। बच्चे ढीबरी और लालटेन जलाकर अध्ययन करते हैं। वहीं नौजवान अपने मोबाइल को शहर में जाकर मोबाइल चार्ज करवाने को बाध्य होते हैं। उनको मोबाइल चार्ज करवाने की एवज में कीमत देनी पड़ती है। महत्वपूर्ण यह है कि टी.वी.के द्वारा शिक्षा,जानकारी और मनोरंजन से ग्रामीण क्षेत्र के लोग वंचित हो जाते हैं। हालांकि समर्थ लोग सौर उर्जा का उपयोग भी करते हैं। ऐसे लोग बहुत कम ही होते हैं।

इन समस्याओं के आलोक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चिन्तित हो गए। मंत्रालय के अधिकारियों से जमकर चर्चा किए। चर्चा के दौरान सामने आया कि 68 साल गंवाने के बाद 10 साल और समय लगेगा। यह सब पुराने पद्धति से गांवघर में बिजली पहुंचाने में लगेगा। तबतक गांव में बिजली खंभा खड़ा करने में सफल होंगे। देश के प्रचीर लालकिले से 69 वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कि सुदूर गांव में 1000 दिनों के अंदर बिजली लाइन दौरा देंगे। केवल बिजली लाइन दौराएंगे ही नहीं वरण बिजली रोशनी देने में कामयाब हो जाएंगे।

मगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी तरह की कुर्बानी देने संबंधी बात नहीं किए। आजकल नेतागण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में कहते हैं कि पांच साल के अंदर गांवघर में बिजली लाइन नहीं पहुंचा देंगे तो अगले दिनों के चुनाव में चुनाव नहीं मांगने आएंगे। मगर सीएम नीतीश कुमार का वादा तो हवा-हवा हो गया। बिहार विधान सभा के चुनाव को देखते हुए जमकर महागठबंधन बना रहे हैं। हालांकि खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे मगर महागठबंधन के प्रत्याशियों को विजयी बनाने में जी तोड़ मेहनत करेंगे। अब देखना है कि प्रदेश की सरकार के द्वारा गांवघरों में बिजली रोशनी प्रसार करने में नाकामयाब होने पर देश की सरकार कामयाब हो पाएंगी?

आलोक कुमार



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