नवादा। यहां के बाईपास में सद्भावना चौक है। इस सद्भावना चौक के बगल में ही संत जोसेफ चर्च है। इस चर्च के परिसर में संत जोसेफ स्कूल है। यहां पर 500 से
अधिक
बच्चे
अध्ययनरत
हैं।
यहां
का
वातावरण
शांत
और
रमणीय
है।
देश
69 वां
स्वतंत्रता
दिवस
मना
रहा
था।
देश
के
लालकिला
के
प्राचीर
से
जातिवाद
और
सम्प्रदायवाद
के
बारे
में
पीएम
मोदी
विचार
व्यक्त
कर
रहे
थ।
अचानक
संत
जोसेफ
स्कूल
में
बमबाजी
होने
की
खबर
प्रसार
होने
लगी।
इसको
लेकर
स्कूल
के
प्रबंधन
और
छात्र-छात्राओं के परिजनों में दहशत फैंल गया। आननफानन में पुलिस अधिकारी आ गए। मौके पर मुआयना करने लगे। घायल छात्रा को हॉस्पिटल भेजा गया। जहां वह बेहतर स्थिति में है। एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ईसाई मतावलम्बी रविवार को चर्च गए थे।शनिवार के दिन झंडोत्तोलन समारोह के समय देशी बम विस्फोट हुआ। कुशल दिन रहा कि बम के जद में एक छात्रा आ गयीं। उसे हॉस्पिटल में चिकित्सा के लिए लिया गया। फिलवक्त वह बेहतर स्थिति में हैं। इस बमकांड में पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में रखा है। गहन पूछताछ जारी है। अभी तक पुलिस कोई नतीजे पर नहीं आ सकी है।
अल्पसंख्यकों के स्कूल और चर्चों पर हमला |
देश में ईसाई अल्पसंख्यकों के स्कूलों और चर्चों पर लगातार हमला होते रहा है। बिहार भी अछूता नहीं है। भागलपुर,जहानाबाद आदि जगहों पर स्थित चर्च पर हमला हुआ है। अब संत जोसेफ स्कूल में बमबाजी हुआ। इस को लेकर अल्पसंख्यकों के बीच में आक्रोश व्याप्त है।दिन भर रविवार को चर्चा होती रही। बिहार में जदयू सरकार है। अब जनता परिवार के अंग है। राजद,जदयू और कांग्रेस का गठबंधन है। राजद और जदयू 100-100 पर
और
कांग्रेस
40 सीट
पर
चुनावी
समझौता
हो
गयी
है।
बिहार
में
ईसाई
समुदाय
की
संख्या
करीब
70 हजार
से
अधिक
है।
ऐसे
लोग
चाहते
हैं
कि
अल्पसंख्यकों
के
स्कूल
और
चर्चों
पर
हमला
नहीं
करने
वालों
को
वोट
करें।
इसके
साथ
ही
देश
और
प्रदेश
के
ईसाई
मतावलम्बियों
पर
प्रहार
न हो। देश-प्रदेश में सद्भाव माहौल बने रहे। केन्द्रीय सरकार और उनके समर्थकों के द्वारा रह-रहकर कटू वाणी की बरसात करना बंद कर दें।
आलोक कुमार
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