Sunday 25 October 2015

चूहा मारने विनोद माँझी गए थे और वहीं पर झटपटा कर दम तोड़ दिए

तेतरी देवी लड़की के साथ

कबीर अंत्येष्ठि योजना से राशि नहीं मिलने के कारण मिट्टी के तह में दिया डाल

दानापुर। और वह घर से चूहा मारने निकला था। जमीन के नीचे रहने वाले चूहों को बिस्कुट के सहारे बिल से निकालने का प्रयास ही कर रहा था। इस बीच उसकी तबीयत खराब हो गई। देखते ही देखते झटपटा कर दम तोड़ दिया।

जी हाँ,यह सच्ची खबर दानापुर प्रखंड के आशोपुर गाँव की है। यहाँ पर महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। यहीं पर विनोद माँझी भी रहते हैं। विनोद माँझी की पत्नी तेतरी देवी हैं। इन दोनों के सहयोग से 1 लड़का और 1 लड़की है। तेतरी देवी कहती हैं कि विनोद माँझी को घर पर लाया गया। यहाँ के लोगों के सहयोग से विनोद माँझी का शव को गंगा किनारे गाढ़ दिया गया। कबीर अंत्येष्ठि योजना से 3 हजार रू0 नहीं मिलने के कारण हिन्दू होने के बाद भी अल्पसंख्यकों की तरह गाढ़ दिया गया।

फिलवक्त पटना सदर अन्तर्गत उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के एलसीटी घाट मुसहरी में 2 बच्चों की विधवा माँ तेतरी देवी रहती हैं। इसी मुसहरी से निकलकर रद्दी कागज चुनने जाती हैं। रद्दी कागज चुनने के बाद कागज को बेचकर चूल्हा जलाती हैं। तब जाकर बच्चे खाना खाते हैं।

आलोक कुमार

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