Thursday 11 February 2016

दो देशों के बीच में दीवार बना है हिमालयः तेनसिंग सुंदई


पटना।तिब्बत का सवाल है जैसे उस पर धूल जम गई हो। लेकिन धूल नहीं यह राख है,जिसके नीचे महामहिम दलाई लामा ने आग जला रखी है। उसी आग की चिंगारी तेनसिंग सुंदई की ओजस्वी संभाषण से जगजाहिर हुआ। मौके पर तिब्बती नेता कवि व लेखक तेनसिंग सुंदई ने कहा कि तिब्बत चीन से पहले से आजाद देश रहा है।1911 तक खुद चीन गुलाम देश था। अरूणाचल पर चीन गलत दावा करता है,चीन तिब्बत की वजह से अरूणाचल पर दावा कर रहा है। तिब्बत एक बड़ा देश है। यह क्षेत्रफल के अनुसार भारत का आधा हैं तिब्बत की आजादी के लिए संघर्ष जारी है। तिब्बत को चीन से आजादी मिलनी चाहिए। वे एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान में आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे माता पिता हिमालय की सीमा पर जन्म लिये और कर्नाटक में बस गये। तिब्बत के अंदर हिन्दी और अग्रेजी बोलने वाले एकलौता वंदा हूँ।फिलवक्त भारत में शरणार्थी हूँ। उन्होंने कहा कि चीन हममारा पड़ोसी देश है। हम चीन को हराने की सोच  भी नहीं रहे हैं। सेमिनार का आयोजन बिहार भूदान यज्ञ कमिटी,पटना समुदाय,आशियाना,रोसड़ा द्वारा किया गया था। सेमिनार को एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान के पूर्व निदेशक डा डीएम दिवाकर, भूदान यज्ञ कमिटी के अध्यक्ष कुमार शुभमूर्ति,पूर्व डीजीपी डीएन गौतम,प्रो देवेन्द्र,रंजीव आदि ने संबोधित किया।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना। 

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