Sunday 3 July 2016

महुआ और मिठ्ठा से दारू बनाने वालों को मालूम हो जाता है


पुलिस के आने के पहले ही ग्राहकों को कर देते हैं रफ्फू चक्कर

ड्राइव करके ड्राइवर आते हैं और ड्राइव करके खाली हाथ चल जाते

पटना। दीघा मुसहरी में दारू बन रहा है। दारू चुलाने के आरोप में मनोज कुमार जेल गये थे। बेऊर जेल से 101 दिनों के बाद जमानत पर घर आये हैं। दीघा थाने की पुलिस खानापूर्ति करने दीघा मुसहरी में आती हैं। वह कौन खाकी वर्दी का दुश्मन है जो खाकी वर्दियों की उम्मीद पर पानी फेर देता है। महुआ और मिठ्ठा से दारू बनाने वालों को इतला कर देता है। इतला पाकर दारू धंधाबाज सचेत हो जाते हैं। पुलिस के आने के पहले ही ग्राहकों को दारू पिलाकर रफ्फू चक्कर कर देते हैं। ऐसा करने से पुलिस को खाली हाथ लगता है।



आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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