Saturday 16 July 2016

और नगर आयुक्त अवधेश सिंह भी राशि विमुक्त करवाने में अक्षम साबित



महादलित तन ढंकने वाली साड़ी को तानकर धूप और वर्षा से रक्षा कर रहे हैं

पटना। पटना नगर निगम के लेखा शाखा पदाधिकारी छुट्टी में चले गये । इसके आलोक में नगर आयुक्त अवधेश सिंह ने लेखा संबंधी कार्यों में व्यवधान न पड़े। उन्होंने अन्य एक व्यक्ति को प्रतिनियुक्त किया ताकि सुचारूपूर्ण ढंग से कार्य संचालित होते रहे।जानकार लोग कहते हैं कि प्रतिनियुक्त लेखा शाखा पदाधिकारी ने कार्य निपटाया शुरू कर दिये। मगर पटना नगर नूतन राजधानी अंचल के निर्माणाधीन महादलित मुसहर समुदाय के लोगों की राशि विमुक्त करने में दिलचस्पी नहीं लिये। इसका खामियाजा महादलित मुसहर भुगत रहे हैं। खुले आकाश में रहने को बाध्य हैं। तन ढंकने वाली साड़ी को तानकर धूप और वर्षा से रक्षा कर रहे हैं।

पटना नगर नूतन राजधानी अंचल के वार्ड नम्बर 1 में राजीव गांधी आवास योजना से कुल 165 मकान महादलितों का निर्माण होने वाला है। इनको तीन चरणों में कुल 2 लाख 86 हजार 411 रूपये मिलना है। रीयल ट्रांसजेक्शन ग्रॉस सटेलमेंट (आर टी जी एस) होने के बाद 54 महादलितों को द्वितीय और 57 महादलितों का प्रथम चरण की राशि विमुक्त होने वाली है। शेष 54 महादलितों का कार्य प्रगति में है। प्रथम चरण में 30 प्रतिशत की राशि 86 हजार 223 रू0 से नींव से प्लीथ तक मकान निर्माण करवाना है। द्वितीय चरण में 50 प्रतिशत की राशि 1 लाख 45 हजार रू0 से प्लीथ से लींटर तक निर्माण करना है। तृतीय चरण में 20 प्रतिशत की राशि 55 हजार 188 रू0 से लींटर से छत तक निर्माण करवाना है। इस मकान में आवश्य ही शौचालय निर्माण करवाना है।

लाभुकों के अनुसार 9 जनवरी 2016 को पटना सिटी में शिविर आयोजित किया गया। आरटीजीएस के बाद प्रथम चरण में 54 महादलितों को 30 प्रतिशत राशि  86 हजार 223 रू0 विमुक्त कर दी गयी है। इस राशि से नींव से प्लीथ तक मकान निर्माण कर दिया गया। इसके बाद नगर निगम के चुनाव होने से कार्य बाधित हो गया। चुनाव पश्चात नगर आयुक्त की कुर्सी से हटने-हटाने और बैठने-बैठाने की राजनीति शुरू हो गयी। जब कुर्सी की लड़ाई का पटाक्षेप हुआ तो लेखा शाखा पदाधिकारी छुट्टी में चले गये।नगर आयुक्त ने कार्य निपटारा करने के लिए अन्य व्यक्ति को लेखा शाखा पदाधिकारी पद पर प्रतिनियुक्ति कर दिया। तब भी महादलित मुसहरों का कार्य आगे बढ़ने के बजाए कार्य फ्रीज हो गया है।

जामुन मांझी नामक लाभुक का कहना है कि खरीदे बालू और ईंट बर्बाद होने लगा है। सलाखों में जंग लगने लगी है। सीएम नीतीश कुमार और डीएम संजय अग्रवाल से आग्रह किया है कि हम मुसहरों की सुधि ले और जल्द से जल्द राशि विमुक्त कराकर मकान निर्माण करवाने में योगदान करें।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।


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