Tuesday 23 August 2016

दिव्यांग को भरपेट भोजन नहीं


जुड़वां बच्चों को दूध पिलाने में होती है दिक्कत

पटना। न्यू बिन्द टोली में रहती हैं दिव्यांग रिंकु देवी। इस समय न्यू बिन्द टोली में गंगा नदी का उफान जारी है। रिंकु ने उफान के आलोक में ससुराल से नाव मंगवाई थी। कुछ दिन नाव पर ही ठौर जमा रखी थीं। गंगा नदी के रौद्र रूप देखने के बाद नाव से निकलकर धरती पर रहने आ गयी है। कुर्जी मोड़ के समीप गंग स्थली में निर्मित अपार्टमेंट में आश्रय ले रखी हैं। दिव्यांग होने के कारण चलना-फिरना दुश्वार हो गया है। हमेंशा चौकी पर ही बैठी रहती हैं। अपने सामने जुड़वां बच्चों को सुला दी हैं। एक लड़की और एक लड़का है। लड़की का नाम सुनैना और लड़का का नाम सचिन है। पानी से डूबे न्यू बिन्द टोली में ही गाय है। वहां से सुबह में दिव्यांग पति दूध लेकर आये थे। शाम में जुड़वां बच्चों को दूध पिलाने की समस्या आ गयी है। शाम में तेज हवा चलने से नाव ले जाने में दिक्कत हो रही थी। इसको लेकर दिव्यांग पति और पत्नी परेशान हैं। स्तन से दूध नहीं निकलने के कारण वह बच्चों को स्तनपान नहीं करवाती हैं।

केवल वयस्कों का ही आहार जुटाने में मस्त है सरकारः इस अपार्टमेंट में सरकार द्वारा चावल और दाल उपलब्ध करवाया गया है। वह भी दो दिनों के बाद। यहां के बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि सरकार आटा भी उपलब्ध करवाये। पुरी और भात का प्रबंध होना चाहिए। बच्चों और दूध पिलाने वाली माताओं के लिए विशेष व्यवस्था नहीं की गयी है। बच्चों को दूध की व्यवस्था तुरंत होनी चाहिए। वहीं हवा चलने से लोग कांपने लगे हैं। बच्चों को निमोनिया से बचाने की जरूरत है।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।




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