पटना। सूबे में बाढ़ पीड़ित बिलबिला रहे हैं। उन्हीं की तरह महिला स्वास्थ्यकर्मी भी बिलबिला रहे हैं। उसका दृश्य गर्दनीबाग में स्थित असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी का कार्यालय में देखने को मिला। महिला स्वास्थ्यकर्मी ने परेशानी बयां करते समय रोने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला स्वास्थ्यकर्मी ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,धनरूआ में कार्यरत कर्मियों को 4 माह से वेतनादि नहीं मिल रहा है।
आजकल बाढ़ पीड़ितों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने को लेकर चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों का जमावाड़ा है असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी का कार्यालय में। इस बीच 4 माह से वेतनादि से महरूम महिला स्वास्थ्य कर्मी की मुलाकात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी महोदय से हो गयी। फिर क्या था 4 माह से परेशानी झेलने वाली महिला स्वास्थ्य कर्मी ने सीधे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी महोदय से कहने लगी कि हमलोगों को मार्च, जून ,जुलाई और अगस्त माह का वेतन नहीं मिला है। इसके कारण हमलोगों की परिवार की माली हालत चरमरा गयी है। और दुखवा बयां करते करते रोने लगी। आजपास के लोगों के मुंह से आह निकल पड़ता है।
इस अप्रत्याशित क्रंदन पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कहते हैं इतने विलम्ब से क्यों बता रही हैं? मैंने मार्च और जून के वेतन निकासी करने को लेकर हस्ताक्षर कर दिया है। अभी-अभी जुलाई और अगस्त माह का भी हस्ताक्षर कर दिया है। अधीनस्थ कर्मी विनय को फोन करते हैं। कहते हैं कि मैंने वेतन निकासी पर हस्ताक्षर कर दिया है फिर भी कर्मियों को वेतन नहीं मिल रहा है। इसके बाद तेजन से कहते हैं कि जुलाई और अगस्त माह का वेतन ऑनलाइन करें और शनिवार को घर पर आकर रजिस्ट्रर पर हस्ताक्षर करवा लें।
सिविल सर्जन कार्यालय में है जमावाड़ाः असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय परिसर में है चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों का जमावाड़ा। इधर से ही आवश्यकतानुसार टीम बनाकर क्षेत्र में भेज दी जाती है। सबसे अधिक धनरूआ प्रखंड से स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्सक आये हैं। इन लोगों का दीघा क्षेत्र में लगाया गया है।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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