Friday 24 March 2017

सबसे बड़ा सत्याग्रही के रूप में उभरे बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी










पटना। जन मानस के द्वारा उभरे मुद्दों को लेकर जनसंगठन एकता परिषद के द्वारा शुरू की जाती है सत्याग्रह पदयात्रा। उन मुद्दों को केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के समक्ष उठाया जाता है। केन्द्र सरकार के केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा भूमि अधिकार संबंधी एडवाइजरी 2012 में राज्य सरकार को प्रेषित किया गया। प्रेषित एडवाइजरी के आलोक में राज्य सरकार ने भूमि अधिकार संबंधी कार्य नहीं करने के कारण सत्याग्रह पदयात्रा आयोजित की गयी। आज बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने एकता परिषद के झंडा दिखाकर सत्याग्रह पदयात्रा की शुरूआत की। एक सत्याग्रही की तरह 2 किलोमीटर चलकर सबसे बड़ा सत्याग्रही के रूप में सामने आये।

पटना जिले के नौबतपुर लॉक में जनसंगठन एकता परिषद,बिहार का कार्यक्रम निर्धारित। इस अवसर पर जनसंगठन एकता परिषद के संस्थापक डा. राजगोपाल पी.व्ही. मौजूद रहे। जनसंगठन के उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मौके पर बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि केन्द्र सरकार की नीति हो गयी है कि धनाड्य लोगों को कोढ़ी के भाव में जमीन दें। वहीं आवासीय भूमिहीनों को जमीन देने में पसीना छुटने लगता है। जन दबाव के कारण केन्द्र और राज्य सरकारों ने एसटी,एससी और निर्धन लोगों के हित में सुलभ कानून निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह लोगों का अधिकार बनता है कि उनको रहने के लिए घर मिले। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कर्मभूमि चम्पारण से मिट्टी लायी गयी थी। एकता परिषद के संस्थापक डा. राजगोपाल पी.व्ही. जनसंगठन के उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी आदि कलश में मिट्टी लाये थे। पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने मिट्टी से भरी कलश को मिथिलेश मांझी नामक महादलित को सौंपा। इसके बाद उदय नारायण चौधरी ने एकता परिषद का झंउा दिखाकर सत्याग्रह पदयात्रा की शुरूआत की। सबसे बड़ा सत्याग्रही के रूप में 2 किलोमीटर चले। इनके साथ डा. राजगोपाल पी.व्ही., अनीश , प्रदीप प्रियदर्शी, वशिष्ठ कुमार सिंह, अनिल कुमार गुप्ता, विजय कुमार, अनिल पासवान, उमेश कुमार,सिंधु सिन्हा,राकेश दीक्षित,जोसेफ आदि चल रहे हैं। इसके अलावे पटना,गया,जमुई आदि जिले के सैकड़ों सत्याग्रही भाग ले रहे हैं।

नौबतपुर लॉक से चलकर सत्याग्रह पदयात्री चिरौरा हाई स्कूल में पहुंचे। इसी स्कूल में रात्रि विश्राम है। कल सत्याग्रह के दूसरे दिन 25 मार्च को सुबह 7 बजे पदयात्री पांव-पांव चलने लगेंगे। चलकर हड़ताली स्थल गर्दनीबाग पहुंचेंगे। यहां पर 25 और 26 मार्च को महाधरना देंगे। इस अवसर पर महासभा भी आयोजित है। 

आलोक कुमार

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