Sunday 10 July 2022

शुक्रवार को पल्ली पुरोहित ने वाट्सएप पर दो संदेश जारी किये

 * शुक्रवार को पल्ली पुरोहित ने वाट्सएप पर दो संदेश जारी किये

 


पटनाः राजधानी पटना के दीघा क्षेत्र में रोमन कैथोलिक समुदाय की कुर्जी पल्ली है. इसे कुर्जी पैरिश भी कहा जाता है. कुर्जी पल्ली में पुरोहित रहते हैं.एक प्रधान पल्ली पुरोहित होते हैं और शेष सहायक पल्ली पुरोहित कहलाते हैं. इन दोनों स्तर के पुरोहितों को परामर्श देने के लिए पल्ली परिषद गठित है. पल्ली परिषद के पार्षद मोहल्लों से जीतकर आते हैं.पल्ली परिषद के पदेन अध्यक्ष पल्ली पुरोहित होते हैं.केवल परामर्श देने वाले परिषद होने से लोग पार्षद बनना नहीं चाहते हैं.तो ऐसी परिस्थिति में अपने चहेते लोगों को मनोनीत कर लेते हैं. यह वास्तव में पूर्णतः परामर्शदात्री परिषद है.जो केवल परामर्श ही दे सकते हैं और नियम नहीं बना सकते हैं. खुद एक कुर्जी पल्ली परिषद के पूर्व पार्षद ने कहा कि पल्ली परिषद परामर्शदात्री परिषद है.हां, पल्ली परिषद के पार्षदों के परामर्श अथवा अपने मन से पल्ली पुरोहित नियम बनाकर पल्ली परिषद के माथे मढ़ देते हैं.

बताया जाता है कि शुक्रवार को पल्ली पुरोहित ने वाट्सएप पर दो संदेश जारी किये है. एक में पल्ली परिषद की ओर पल्ली पुरोहित द्वारा जारी किया गया है. यहां पर उल्लेख होना चाहिए था कि पल्ली परिषद के पदेन अध्यक्ष.चूंकि जगजाहिर है कि पल्ली परिषद कानून नहीं बना सकता है.इसलिए दूसरे संदेश में खुद पल्ली पल्ली पुरोहित ही जारी कर दिये है.अगर पल्ली परिषद को कानून बनाने का अधिकार होता तो दूसरे संदेश में भी पल्ली परिषद का नाम उल्लेख होता. मगर ऐसा न करके अपने ही जाल में पल्ली पुरोहित फंस गए हैं.यहां के पल्ली पुरोहित ने कुछ नियम बनाये हैं.पल्ली परिषद की ओर पल्ली पुरोहित ने जारी कर दिए है.


सभी पल्लीवासी कृपया ध्यान देंः-

ख्रीस्तीय समाज से स्वयं जुड़कर रहना और अपने बच्चों को जोड़कर

रखना सभी माता-पिता की जिम्मेदारी है.कलीसिया में अपनी उपस्थिति

और सक्रियता से हम सब समाज को कुछ देते और उसे मज़बूत बनाते

हैं.इसी को ध्यान में रखकर पल्ली परिषद ने कुछ नियम बनाए हैं, जो

निम्नलिखित हैं: - यदि भक्तों पल्ली से किसी प्रकार की (एडमिशन,

नौकरी, विवाह) आदि के लिए सिफारिशी पत्र चाहते हैं तो कृपया ध्यान

रखें-

1. प्राईमरी में भर्ती के लिए बप्तिस्मा संस्कार का प्रमाण पत्र ज़रूरी है.

2. सातवीं के बाद बच्चे के लिए किसी भी पत्र के लिए पहले परम

प्रसाद का प्रमाण पत्र जरूरी है.

3. ग्यारहवीं में एडमिशन के लिए पल्ली से तभी कोई सिफारिशी पत्र

दिया जाएगा जब उस बच्चे का पहला परम प्रसाद और दृढ़ीकरण

संस्कार हो गया होगा.

4. सिफारिशी पत्र के लिए मात्र संस्कारों का प्रमाण पत्र दिखाना काफी

नहीं होगा.यह आवश्यक है कि आप अभी पल्ली में कार्यरत किसी

पुरोहित को जानते हैं और पुरोहित भी आपको जानते हैं.

5. पल्ली से किसी भी पत्र के लिए आवेदक अपने क्षेत्र के पल्ली परिषद्

के सदस्य से एक पत्र ज़रूर लायें.

6. यदि आप कहीं दूसरी जगह मिस्सा के लिए जाते हैं तो वहाँ के

पुरोहित से वहाँ की कलीसिया में अपनी सहभागिता का पत्र लेकर

आयें.

सभी भक्तों से आग्रह है कि उपरोक्त के अभाव में सिफारिशी पत्रों के

लिए पल्ली पुरोहित और दूसरे पुरोहितों पर बेवज़ह दबाव न बनाये.

पल्ली परिषद की ओर से पल्ली पुरोहित.


प्रथम परमप्रसाद समारोह 2022 का कार्यक्रम को  खुद पल्ली पुरोहित जारी किए है.पल्ली परिषद क्यों दरकिनार कर दिया गया

 

पल्लीवासी कृपया ध्यान दें:-

1. पल्ली कार्यालय से दिनांक 10 जुलाई से पहले परमप्रसाद

के लिए आवेदन पत्र दिया जाएगा.

2. 28 अगस्त 2022 सही एवं स्पष्ट रूप से भरे गये आवेदन

पत्रों को पल्ली में जमा करने की अंतिम तिथि होगी.

3. दिनांक 28 अगस्त 2022 के बाद कोई आवेदन स्वीकार

नहीं किया जाएगा.

4. दिनांक 04 सितम्बर 2022 को प्रथम परमप्रसाद के

उम्मीदवारों के माता-पिता की बैठक दूसरे मिस्सा के बाद

होगी. इसमें माता-पिता का भाग लेना ज़रूरी है.

5. दिनांक 5 - 29 सितम्बर 2022 तक बच्चों के पास ऑन

लाईन प्रार्थना भेजी जायेंगी और माता-पिता सुनिश्चित

करेंगे कि बच्चे इन प्रार्थनाओं को याद कर लिखना सीखते

हैं.

6. दिनांक 01 अक्टूबर को बच्चों की लिखित परीक्षा होगी

और केवल इसमें पास होने वाले बच्चों को ही परमप्रसाद

के अगले प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा.

7. चुने गये बच्चों का दिनांक 02 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक

यहां पल्ली में प्रशिक्षण होगा.

8. 16 अक्टूबर को प्रथम परमप्रसाद समारोह 2022 संपन्न

किया जाएगा.

आपके सहयोग के लिए आपको धन्यवाद.

पल्ली पुरोहित


इसका जोरदार विरोध किया जा रहा है.कहा जाता है कि इस तरह की मांग नहीं होनी चाहिये थी.एक ने कहा कि उफ्! यह बहुत ज्यादा हो रहा है.Uff, this is too much

* it is not required in participative catholic community

सहभागी कैथोलिक समुदाय में इसकी आवश्यकता नहीं है      

* it is a concept of keralians way of doing things

यह केरलवासियों के काम करने के तरीके की अवधारणा है                                      

*it is attitude and practice of acquiring power out of it            

  यह कैसे शक्ति प्राप्त करने का दृष्टिकोण और अभ्यास है      

*holy father said there is no such power other than the power of service and the power of cross                            

पवित्र पिता ने कहा सेवा की शक्ति और क्रॉस की शक्ति के अलावा ऐसी कोई शक्ति नहीं है        

 * Talk to them with a delegation to bishop

एक प्रतिनिधिमंडल बिशप के साथ  बात करें


आलोक कुमार


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