जमुई: बिहार में एक बार फिर एक पत्रकार की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी.जमुई जिले के सिमुलतला थाना क्षेत्र के गोपलामारन गांव के समीप बुधवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने हिंदी अखबार प्रभात खबर के पत्रकार गोकुल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी.मृतक गोकुल यादव (35) सिमुलतला के लीलावरण का रहने वाला था.पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
नरेंद्र यादव ने मीडिया को बताया कि परिवार का भुट्टे का खेत है.उसी के लिए गोकुल खाद लेने बाजार जा रहे थे.गोकुल यादव दिन के साढ़े दस बजे घर से नाश्ता कर फसल में डालने वाली खाद लाने सिमुलतला जा रहे थे. इसी दौरान घर से लगभाग एक किलोमीटर दूरी पर दो बाइक पर सवार पांच बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. मिली जानकारी के अनुसार अपराधियों ने गोकुल यादव को नजदीक से सिर और सीने में एक के बाद एक कुल पांच गोलियां शरीर में उतार दिये. ताबड़तौड़ गोली लगीं जिससे मौके पर ही गोकुल की मौत हो गई. हालांकि बाद में उनके इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया है.
मृतक के पिता नरेंद्र यादव ने बताया कि उनके बेटे को गोली मारकर कुछ लोग भाग रहे थे तो उनकी पहचान हो गई.पुलिस को बदमाशों के नाम बताए गए हैं, जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. बदमाशों की धरपकड़ के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है.
मृतक के पिता नरेंद्र यादव और मामा श्यामदेव यादव ने बताया कि पंचायत चुनाव के कारण हत्या को अंजाम दिया गया है.वहीं सिमुलतला थानाध्यक्ष विद्यानंद कुमार ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी जहां से खोखे बरामद किए गए हैं.पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.परिजनों के आवेदन पर केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
एसपी शौर्य सुमन ने बताया कि पुलिस ने मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है.उनसे पूछताछ की जा रही है.जल्द ही मामले में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी की जाएगी.
मृतक के मामा श्यामदेव यादव ने बताया कि गोकुल को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई. हमलोगों को जानकारी मिली तो हॉस्पिटल पहुंचे तो खून से लथपथ उसका शव पड़ा हुआ था. दिन के 11 बजे लगभग गोली मारी गई थी. श्यामदेव यादव ने बताया कि गोकुल यादव की पत्नी ने खुरंदा पंचायत के मुखिया चुनाव में हिस्सा ली थी.पत्नी के चुनाव लड़ने के बाद उसे धमकी मिल रही थी तुमको उठा लेंगे. हमलोगों ने उसको समझाया था कि मुखिया चुनाव मत लड़ो, लेकिन उसने नहीं माना. वह बोलता था ऐसा थोड़े करेंगे की वे मार ही देंगे. वह बोलता कि मैं मीडिया से जुड़ा हूं. हमारे से ऐसा थोड़े करेगा अपराधी.
250 वोट से हार गई थीं मृतक की पत्नीः
बता दें कि मृतक की पत्नी मुखिया का चुनाव लड़ी थीं. 900 वोट लगभग आया था और लगभग 200-250 वोट से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. श्यामदेव यादव ने बताया कि गार्जियन होने के नाते हम समझाते थे, लेकिन बोलता था इतना हिम्मत नहीं करेगा. हमलोगों की अनहोनी का अंदेशा था. आज सच हो गया.
आलोक कुमार
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