Thursday, 9 June 2022

भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान में नई गति लाएगा माले का 11 वां महाधिवेशन

 

* क्राॅस वोटिंग पर चुनाव आयोग का निर्देश संसदीय लोकतंत्र के लिए कोविड-19 साबित होगाः दीपंकर भट्टाचार्य

* भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान में नई गति लाएगा माले का 11 वां महाधिवेशन’



* 15-20 फरवरी 2023 को पटना में होने वाला है 11 वां महाधिवेशन’

* 23-24 सितंबर को विक्रमगंज में किसानों तथा 19-20 नवंबर को हुगली में खेग्रामस का होगा राष्ट्रीय सम्मेलन’


पटना.भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो की दो दिनों तक पटना स्थित पार्टी राज्य कार्यालय में चलने वाली बैठक आज संपन्न हो गई. बैठक में पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य सहित वरिष्ठ पार्टी नेता स्वदेश भट्टाचार्य, बिहार पार्टी सचिव कुणाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजाराम सिंह, खेग्रामस महासचिव धीरेन्द्र झा, जानी मानी बुद्धिजीवी व महिला एक्टिविस्ट कविता कृष्णन, बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह, झारखंड के राज्य सचिव मनोज भक्त, बंगाल से वरिष्ठ पार्टी नेता कार्तिक पाल, रामजी राय, जनार्दन प्रसाद, प्रभात कुमार चौधरी, रूबुल शर्मा, अमर, वी. शंकर व अरिंदन सेन शामिल थे.

बैठक के उपरांत पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यसभा व अन्य अप्रत्यक्ष चुनावों में क्राॅस वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग द्वारा जारी नया निर्देश देश के संसदीय लोकतंत्र के लिए कोविड-19 साबित होगा. यह निर्देश क्राॅस वोटिंग को प्रोत्साहित करने वाला है, जो ऐसे चुनावों को एक हास्यास्पद सर्कस में तब्दील कर देगा. इलेक्टोरल बाॅन्डस के जरिए चुनावों में मनी पावर का बढ़ता फैक्टर हम पहले से ही देख रहे हैं. ऐसी प्रक्रियाओं पर तत्काल रोक लगनी चाहिए.

आगे कहा कि आज पूरा देश भाजपा-संघ के बुलडोजर की चपेट में है. संविधान, लोकतंत्र, आम-आदमी के अधिकार - सबकुछ को यह सरकार बुलडोज कर देना चाहती है. इसलिए आज पूरे देश में भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने की आवश्यकता है. ऐसी ही स्थिति में हमारी पार्टी का 11 वां महाधिवेशन (पार्टी कांग्रेस) पटना में 15-20 फरवरी 2023 तक प्रस्तावित है. हमारा यह 11 वां महाधिवेशन भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान में नई गति लाएगा. महाधिवेशन के दौरान हम गांव-गांव और हर घर पहुंचेंगे. इसी कड़ी में 23-24 सितंबर 2022 को बिहार के विक्रमगंज में अखिल भारतीय किसान महासभा और 19-20 नवंबर 2022 को पश्चिम बंगाल के हुगली में खेग्रामस का राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित है. हमारे युवा संगठन आरवाईए का राष्ट्रीय सम्मेलन भी इस साल झारखंड में आयोजित है. 

उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कांग्रेस के पहले दिन 15 फरवरी 2023 को पटना के गांधी मैदान में भाजपाई बुलडोजर राज के खिलाफ एक विशाल रैली का आयोजन होगा, जिसमें महागठबंधन के दलों के साथ-साथ बिहार व झारखंड के तमाम विपक्षी दलों को आमंत्रित किया जाएगा.माले महासचिव ने आगे कहा कि त्रिपुरा में विधानसभा की होने वाली चार सीटों के उपचुनाव में जुबरनगर सीट पर सीपीएम, सुरमा (एससी) सीट पर टिपरा मोथा और अरगतल्ला व बोर्डोवाली सीट पर इंडियन नेशनल कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है. झारखंड की मांडर (एससी) सीट पर भी हमने इंडियन नेशनल कांग्रेस को समर्थन देने का निर्णय किया है. हमारी पूरी कोशिश है कि इन चुनावों में भाजपा को गहरी शिकस्त मिले.

खेग्रामस महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि हमने पूरे देश में तकरीबन 40 लाख खेत व ग्रामीण मजदूरों को खेग्रामस से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. हमारा नारा है - कोई परिवार छूटे नहीं. हमारी पूरी कोशिश है कि हम एक-एक गरीब परिवार तक पहुंचें और उन्हें अपने संगठन से जोड़ें. इस अभियान को भाकपा-माले का पूरा सहयोग मिल रहा है. बिहार में गांव-गांव में सदस्यता अभियान चल रहा है.

बैठक के जरिए भाजपा व आरएसएस द्वारा धर्म व धार्मिक आस्था से खेलने के खिलाफ भाकपा-माले ने सभी सांस्कृतिक संगठनों से ऊपर से लेकर नीचे हर स्तर पर वैचारिक व अन्य पहलकदमी लेने का आह्वान किया है, ताकि समाज में जहर व नफरत फैलाने वाली इन ताकतों के खिलाफ प्रेम, भाईचारा, सांप्रदायिक सौहार्द व देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बचाने के लिए एक जुझारू प्रतिवाद खड़ा किया जा सके.

आलोक कुमार

डिस्ट्रिक्ट स्किल डेवलपमेंट प्लान की मांग की गई थी

 गया. आज अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में सचिव कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा "अवार्ड ऑफ  एक्सीलेंट"   से कौशल विकास के क्षेत्र में डीएम गया को नवाजा गया.देशभर के 534 जिलों में गया जिले के डिस्टिक स्किल डेवलपमेंट प्लान को माना गया अव्वल.24 जनवरी 2022 को भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय में भेजी गई थी डिस्ट्रिक्ट स्किल डेवलपमेंट प्लान.


जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम को डॉ० अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर जनपथ रोड नई दिल्ली में गया जिले में कौशल विकास योजना क्षेत्र में "अवार्ड ऑफ  एक्सीलेंट"  पुरस्कार से सचिव कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया.भारत सरकार कौशल विकास मंत्रालय के द्वारा भारत के प्रत्येक जिले से डिस्ट्रिक्ट स्किल डेवलपमेंट प्लान की मांग की गई थी, जिसके पश्चात जिला कौशल विकास समिति के मेंबर सेक्रेटरी असिस्टेंट डायरेक्टर एंप्लॉयमेंट के नेतृत्व में डिस्टिक स्किल डेवलपमेंट के द्वारा 24 जनवरी 2022 को एक प्लान तैयार कर उसे जिला कौशल विकास समिति गया के अध्यक्ष -सह- जिला पदाधिकारी गया के अनुमोदन प्राप्त कर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषित किया गया.

’देशभर 534 जिलों में गया जिले के डिस्टिक स्किल डेवलपमेंट प्लान को अव्वल माना गया’ एवं इसके लिए गया जिला को ‘अवार्ड ऑफ एक्सीलेंट’ के लिए चयन किया गया. जिला कौशल विकास प्लान में मशरूम उत्पादन, पत्थर कट्टी, स्टोन, टूरिज्म, हैंडलूम एवं कृषि पर विशेष रूप से फोकस किया गया था. ’जिला पदाधिकारी  डॉ० त्यागराजन एसएम ने कहा कि गया जिले में दो प्रकार की योजना को प्रमुखता से लिया गया, जिसमें बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर तथा विष्णुपद मंदिर में चढ़ने वाले फूल, जो विशेषकर अक्टूबर महीने के बाद काफी बड़े पैमाने में फूल चढ़ाए जाते हैं. उन सभी फूलो से गुलाल एवं अगरबत्ती बनाने संबंधि कार्य को स्थानीय लोगों में काफी बढ़ावा दिया गया है. उसी प्रकार पत्थर कट्टी के लोगों को बोधगया में टैग किया गया ताकि विभिन्न देशों से आने वाले विदेशी पर्यटक, पत्थर कट्टी के लोगों द्वारा निर्मित विभिन्न स्टैचू/मूर्तियां की खरीदारी हो सके‘.

 

इसके उपरांत माननीय मंत्री कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार श्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में विभिन्न जिलों के 17 जिला पदाधिकारियों के साथ एक घंटे का इंटरेक्शन  प्रोग्राम किया गया.’जिला पदाधिकारी गया द्वारा माननीय मंत्री भारत सरकार एवं अन्य पदाधिकारियों के समक्ष गया जिला में इस संबंध में किए जा रहे कार्य के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तार से बताया गया.’



आलोक कुमार

प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तार से बताया

 

गया.माननीय मंत्री कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार श्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता नई दिल्ली में स्थित कार्यालय के सभा कक्ष में डिस्ट्रिक्ट स्किल डेवलपमेंट प्लान (डीएसडीपी) अवार्ड हेतु चयनित विभिन्न जिलों के 17 जिला पदाधिकारियों के साथ एक घंटे का इंटरेक्शन प्रोग्राम किया गया.माननीय केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहां की स्किल इंडिया के संकल्प परियोजनाओं के एक भाग के रूप में, पुरस्कार जमीनी स्तर पर कौशल विकास योजना के लिए नवीन सर्वोत्तम प्रथाओं को मान्यता देता है.जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा माननीय केंद्रीय मंत्री भारत सरकार एवं अन्य पदाधिकारियों के समक्ष गया जिला में स्किल डेवलपमेंट के संबंध में किए जा रहे कार्य के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तार से बताया.


आलोक कुमार

उप श्रमायुक्त के कार्यालय में समीक्षा बैठक

 

गया. आगामी 12 जून को होने वाले विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के सफल संचालन के लिए आज श्रम अधीक्षक, गया श्रीमती स्नेहा सृजन की अध्यक्षता में जिले में संचालित विभिन्न गैर सरकारी संगठन के संचालन, चाइल्ड लाइन के अधिकारियों तथा अन्य संबंधित पदाधिकारियों एवं संस्थाओं के साथ उप श्रमायुक्त के कार्यालय में समीक्षा बैठक करते महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया.

इसके उपरांत उप श्रमायुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री विजय कुमार द्वारा 02 प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिले के सभी प्रखंडों के लिए रवाना किया गया.उन्होंने बताया कि इस प्रचार वाहन का परिचालन दिनांक 12 जून, 2022 तक किया जाएगा तथा इसके माध्यम से बाल श्रम निषेध से संबंधित जानकारियां का प्रचार प्रसार किया जाएगा.

इस अवसर पर सहायक श्रमायुक्त, मगध प्रमंडल श्री राजेश कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे. ’विदित है कि विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के पूर्व कल दिनांक 10 जून, 2022 को पूर्वाह्न में समाहरणालय परिसर से प्रभात फेरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है तथा गैर सरकारी संस्थानों एवं अन्य संबंधित के द्वारा महादलित विकास मिशन के बच्चों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाना है.’

आलोक कुमार

आसन्न बाढ़ के खतरे के मद्देनजर बाढ़ पूर्व तैयारी

 मुजफ्फरपुर. इस जिले के समाहरणालय सभाकक्ष में श्री दीपक कुमार सिंह, भा0प्र0से0, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार सह प्रभारी सचिव, मुजफ्फरपुर जिला की अध्यक्षता में आयोजित बाढ़ पूर्व तैयारी एवं तटबंध सुरक्षा से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई. श्री प्रणव कुमार जिलाधिकारी, मुजफ्फरपुर द्वारा बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए मुजफ्फरपुर में बाढ़ के प्रभावों व जिले में आसन्न बाढ़ के खतरे के मद्देनजर बाढ़ पूर्व तैयारी संबंधी कार्यों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई.श्री दीपक कुमार सिंह, भा0प्र0से0, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार सह प्रभारी सचिव, मुजफ्फरपुर जिला द्वारा बिंदुवार समीक्षा की गई.

श्री विकास कुमार, वरीय उप समाहर्ता, जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि तटबंधों की सुरक्षा के लिए पूर्व से सभी संवेदनशील एवं आक्राम्य स्थलों को जिला स्तरीय पदाधिकारियों, संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों, प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों के माध्यम से चिन्हित कर लिया है.जल संसाधन विभाग के संबंधित कार्यपालक अभियंताओं के स्तर पर बाढ़ निरोधात्मक कार्यों से संबंधित 02 परियोजनाओं के अतिरिक्त सभी कार्य पूर्ण हैं.चिन्हित किये गए सभी संवेदनशील एवं आक्राम्य में से 23 स्थलों पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य पूर्ण है तथा अन्य सभी स्थलों पर बाढ़ निरोधक सामग्री का भण्डारण कर लिया गया है तथा बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जा रहा है. जिलान्तर्गत कुल 255 स्लुईस गेट हैं, सभी की ग्रीसिंग तथा मरम्मति कर ली गई है.

जिलाधिकारी, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि आपदा प्रबंधन विभाग की मानक संचालन प्रक्रिया अनुसार सभी स्तरों पर तैयारी कर ली गई है.जिलान्तर्गत उपलब्ध सभी नावों का भौतिक सत्यापन , नाव पंजीकरण कार्य व नाव मालिकों के साथ एकरारनामा करने की कार्रवाई कर ली गई है.बाढ़ प्रभावितों के राहत सहायतार्थ खाघान्न एवं पॉलीथीन शीट का निविदा आमत्रिंत कर आपूर्तिकर्ता का चयन कर लिया गया है. प्रमंडलीय जिला होने के कारण तिरहुत प्रमंडल के अन्य जिलों को पॉलीथीन आपूर्ति प्रारम्भ कर दी गई है.पूर्व से 540 शरण स्थलों व 364 सामुदायिक रसोई के लिए भवनों को चिन्हित करते हुए मूलभूत सुविधाओं का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है. जिला स्तर पर बाढ़ संबंधी कार्यों का अनुश्रवण करने के लिए जिला स्तरीय पदाधिकारियों का टास्क फोर्स गठित है तथा नियंत्रण कक्ष के रूप में जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र का संचालन किया जा रहा है.

सिविल सर्जन, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा माइक्रो प्लान बना लिया गया है.सदर अस्पताल, सभी सी0एच0सी0 एवं सभी रेफरल अस्पतालों में सभी आवश्यक एवं जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता है.एन्टी रैबीज एवं एन्टी वेनम सीरम की उपलब्धता भी पर्याप्त मात्रा में है.मोबाइल मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति कर ली गई है, जिसके सहयोग से बाढ़ की स्थिति में प्रभावितों के सहायतार्थ संचालित किए जाने वाले राहत शिविरों व सामुदायिक रसोई में चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा.

अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार सह प्रभारी सचिव, मुजफ्फरपुर द्वारा सभी पदाधिकारियों  को निर्देश दिया गया कि बाढ़ के मद्देनजर सर्तक व सजग रहें. प्रभावी रूप से अनुश्रवण करते हुए तटबंधों के सभी संवेदनशील बिंदुओं की मरम्मति अविलम्ब कराएं.

आलोक कुमार

एलईडी वाहनों के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान किया गया

 मुजफ्फरपुर. अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग -सह- प्रभारी सचिव मुजफ्फरपुर जिला श्री दीपक कुमार सिंह और जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार के द्वारा एईएस/ चमकी बुखार जागरूकता अभियान को गति देने के मद्देनजर 4 एल ई डी वाहनों को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर प्रखंडों के लिए रवाना की  गई.इस मौके पर प्रभारी सचिव ने कहा कि उक्त वाहनों के द्वारा कुल 120 महादलित टोलों में एईएस/ चमकी बुखार को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में इससे पूर्व 324 महादलित टोला में जो पूर्व में एईएस से प्रभावित रहे है वहां एलईडी वाहनों के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान किया गया था।दूसरे चरण में 120 स्थानों पर एलईडी वाहनों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अडॉप्ट अ विलेज कार्यक्रम के तहत सघन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा विभिन्न अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.उन्होंने बताया कि रेफरल सिस्टम पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रहा है इसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं.उन्होंने बताया कि सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि आपसी समन्वय के साथ एईएस पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें.मौके पर सिविल सर्जन , जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी तथा डीपीएम स्वास्थ्य विभाग भी उपस्थित थे.

आलोक कुमार

Wednesday, 8 June 2022

भू-अर्जित भूमि की विवरणी उपलब्ध नहीं कराई गई है

 


नालंदा. जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज हरनौत अंचल के बराह पंचायत सरकार भवन में संचालित भूमि सर्वे शिविर हरनौत-1 का निरीक्षण किया.हरनौत-1 शिविर के माध्यम से 27 मौजों का सर्वे कार्य किया जा रहा है.इनमें से 24 मौजे का किस्तवार किया जा चुका है तथा शेष 3 मौजे में जारी है. किश्तवार पूर्ण मौजे में से 15 मौजे में खानापूरी की कार्रवाई की जा रही है, जिसमें से 6 मौजे की खानापूरी पूरी की जा चुकी है तथा 9 में जारी है.तीन मौजे में लैंड पार्सल मैप(एलपीएम) का वितरण भी किया जा चुका है.


निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने विभिन्न मौजे का सर्वे से संबंधित अभिलेख का बारीकी से अवलोकन किया. ग्रामसभा पंजी, अंचल कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराये गए सरकारी भूमि की विवरणी आदि से संबंधित अभिलेख का अवलोकन किया.भू-अर्जन के तहत अर्जित भूमि की विवरणी जिला भू-अर्जन कार्यालय द्वारा सर्वे कार्यालय  को उपलब्ध कराई जाती है.जिस भू-अर्जित भूमि की विवरणी उपलब्ध नहीं कराई गई है, एक सप्ताह के अंतर्गत उपलब्ध कराने को कहा गया.


जिलाधिकारी ने कहा कि अंचल कार्यालय द्वारा सर्वे टीम को उपलब्ध कराये जा रहे जमीन से संबंधित सभी प्रकार की सूचि का प्रत्येक पृष्ठ राजस्व कर्मचारी से हस्ताक्षरित होना चाहिए.किसी भी दस्तावेज की छायाप्रति अंचलाधिकारी द्वारा सत्यापित होना चाहिए.भूमि सर्वे से संबंधित अपनी समस्या को लेकर आए हुए स्थानीय लोगों से भी जिलाधिकारी ने एक-एक कर मुलाकात की। उनकी समस्याओं को सुना,कुछ मामलों से सम्बंधित सर्वे  रिकॉर्ड मंगा कर भी देखा तथा सम्बंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.


जिलाधिकारी ने  सर्वे शिविर में सर्वे से संबंधित समस्या को लेकर आए हुए लोगों का आवेदन प्राप्त करने के लिए एक कर्मी को विशेष रूप से प्राधिकृत करने की आवश्यकता महसूस की तथा सभी सर्वे शिविरों में इस व्यवस्था को कायम करने का निर्देश दिया.निरीक्षण के क्रम में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी (नोडल पदाधिकारी), अंचलाधिकारी हरनौत, शिविर प्रभारी, कानूनगो , सर्वे अमीन आदि मौजूद थे.




आलोक कुमार

दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत

 मोतिहारी. आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आज दिनांक 8 जून 2022 को डीआरसीसी भवन में दिव्यांगजनों  के बीच सहायक उपकरण एवं यंत्रों का वितरण शिविर आयोजित किया गया.वितरण शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय मंत्री गन्ना उद्योग एवं विधि बिहार सरकार श्री प्रमोद कुमार , उप विकास आयुक्त श्री कमलेश कुमार सिंह, सहायक निदेशक जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, जिला प्रबंधक बुनियाद केन्द्र एवं डॉ लाल बाबू प्रसाद जिला महामंत्री द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई.

इस दौरान सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण द्वारा सभी अतिथियों का पुष्प के गुच्छो से स्वागत किया गया.इस अवसर पर माननीय मंत्री बिहार सरकार द्वारा दिव्यांगजनों एंव परिसर में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इन सहायक उपकरणों की मदद से समाज के निचले पायदान पर भी जो लोग खड़े हैं, वे समावेशी विकास तथा एक विकसित समाज बनाने में अपनी भूमिका महत्वपूर्ण रुप से अदा करेंगे. दिव्यांगों को सशक्त बनाने के लिए बिहार सरकार के द्वारा दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय का गठन किया गया है.

उप विकास आयुक्त ने अपने संबोधन समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के विकास के लिए सभी वर्ग के व्यक्तियों को साथ लेकर चलना होगा. आजादी के 75वे वर्ष पर आज कार्यक्रम का आयोजन कर 75 से अधिक दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, वैशाखी, छड़ी, व्हील चेअर इत्यादि का वितरण माननीय मंत्री बिहार सरकार द्वारा फीटा काट कर किया गया.मुख्यमंत्री संबल योजना के तह्त दिव्यांगजनों के लिए आयोजित क्रार्यक्रम का मुख्य उद्येश्य उन्हें भौतिक तथा सामाजिक रुप से सशक्त करना है . इस योजना का लाभ ऐसे लाभुकों को दी जाती है जिनकी सालाना आय एक लाख रुपये से कम तथा दिव्यांगता का प्रतिशत 40 या उससे अधिक हो.इस अवसर पर  प्रशासनिक पदाधिकारी सहित माननीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे.



आलोक कुमार

बाल श्रम कराने वाले प्रतिष्ठानों पर कड़ी करवाई

 

मोतिहारी. श्रम संसाधन विभाग व सेव द चिल्ड्रेन के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय  बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बाल अधिकार जागरूकता अभियान के तहत जागरूकता रथ समाहरणालय गेट के निकट  से श्रम अधीक्षक राकेश रंजन, बाल संरक्षण पदाधिकारी राकेश कुमार सहित अन्य जिला के अन्य अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

इस अवसर पर श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने कहा कि बाल श्रम कराने वाले प्रतिष्ठानों पर कड़ी करवाई की जाएगी.उन्होंने बाल अधिकारों की रक्षा करने के लिए सभी नागरिकों तथा जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया. यह  कार्यक्रम सेव द  चिल्ड्रेन के श्रम बच्चों का खेल नहीं द्वारा संचालित किया गया.यह जागरूकता रथ सुगौली ब्लाक सहित अन्य प्रखंडों में करीब 1 सप्ताह तक बाल श्रम से मुक्ति के लिए जन जागरूकता अभियान चलाता रहेगा।  इस क्रम में शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों में धावा दल द्वारा छापामारी की गई और दुकानदारों से बाल श्रम नहीं करवाने का शपथ भरवाया गया.


आलोक कुमार

इन्वेस्टर्स मीट-सह-बिहार टेक्सटाईल एवं लेदर पॉलिसी 2022 का लोकार्पण


पटना.लोकार्पण कार्यक्रम का माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा उद्घाटन किया गया.जिलाधिकारी, पश्चिमी चम्पारण, बेतिया, श्री कुंदन कुमार ने दिए बेतिया मॉडल (चनपटिया स्टार्टअप जोन) से संबंधित प्रेजेंटेशन.तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजता रहा अधिवेशन भवन.इन्वेस्टर्स मीट-सह-बिहार टेक्सटाईल एवं लेदर पॉलिसी 2022 का लोकार्पण आज दिनांक 08.06.2022 को पटना के पुराना सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में किया गया.

उक्त लोकार्पण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया.इस कार्यक्रम में माननीय उपमुख्यमंत्री, बिहार, माननीय मंत्री, उद्योग विभाग, बिहार सहित मुख्य सचिव, बिहार, प्रधान सचिव, उद्योग विभाग सहित अन्य माननीय जनप्रतिनिधिगण तथा वरीय अधिकारीगण सम्मिलित हुए.इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री, बिहार ने कहा कि बिहार टेक्सटाईल एवं लेदर पॉलिसी 2022 के माध्यम से राज्य सरकार का प्रयास है कि बिहार को निवेशकों के लिए वस्त्र एवं चमड़ा उद्योग में बेहतर अवसरों के केंद्र के रूप में विकसित किया जा सके.


उन्होंने कहा कि इस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य बिहार को इस क्षेत्र के घरेलू और वैश्विक निवेशकों के लिए निवेश के प्रमुख संभावित केंद्र के रूप में विकसित करना तथा कपड़ा और चमड़ा व्यवसाय शुरू करने वाले उद्यमियों के लिए कई प्रकार के प्रोत्साहन देना है.साथ ही कपड़ा और चमड़ा क्षेत्र के लिए स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना, फाइबर से लेकर फैशन तक की पूरी वैल्यू चेन बनाना, खादी, रेशम, हस्तकरघा, पावरलूम आदि के उत्पादन के बाद उसका मूल्यवर्धन करना है.

इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री कुंदन कुमार द्वारा बेतिया मॉडल (चनपटिया स्टार्टअप जोन) से संबंधित सार्थक प्रजेंटेशन दिया गया तथा  वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान चनपटिया स्टार्टअप जोन को किस प्रकार से चरणबद्ध तरीके से वापस आये कामगारों की स्किल मैपिंग कराकर, उनसे सुझाव लेकर और बैंक लिंकेज कराते हुए, काफी अल्प अवधि में स्टार्टअप जोन की स्थापना की गई और इसे विकसित किया गया, की जानकारी हर्ष एवं उत्साह के साथ दी गयी.

आलोक कुमार 

धर्मांतरण विरोधी कानून की कोई जरूरत नहीं:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

 पटना.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को दो टूक कहा कि जिस राज्य में सरकार सतर्क है और विभिन्न धार्मिक समुदायों के सदस्य शांति से रहते हैं वहां धर्मांतरण विरोधी कानून की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा बिहार में जो स्थिति है उसको देखते हुए ऐसे किसी कानून की जरूरत ही नहीं है. बिहार में सभी धर्मों के लोग आपसी सद्भाव से रहते हैं.और इस मुद्दे को लेकर कोई खास मामले बिहार में सामने नहीं आए हैं, जो इसके लिए कानून बनाया जाए.      

बता दें कि एक गोदी मीडिया के द्वारा धर्मांतरण का बवंडर  बनाया जा रहा है.इन दिनों वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का मसला पूरे देश की सुर्खियों में है.जमीन विवाद का ये मामला लोअर कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचते हुए अब वाराणसी की जिला अदालत तक पहुंचा है. तमाम ऐतिहासिक दलीलें दी जा रही हैं.यहां तो कम से कम कोर्ट की निगरानी में मामला निपटाने का प्रयास हो रहा है.मगर बिहार के छपरा जिले में जोर जबर्दस्ती से मगाईडीह गांव में राधा प्रसाद नामक ईसाई व्यक्ति के नवनिर्मित प्रार्थना भवन में बजरंग बली का झंडा लहराया दिया है.यहां पर चार साल के बाद राधा प्रसाद प्रार्थना भवन बनाने में सफल हुआ है. इसी को आधार बनाकर एक पत्रकार ने एक चैनल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री से ये बात पूछी थी.   

सीएम नीतीश कुमार ने एक पत्रकार के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि बिहार में धर्मांतरण विरोधी कानून लाने की कोई आवश्यकता नहीं है. उनके अनुसार बिहार में जो स्थिति है उसको देखते हुए ऐसे किसी कानून की जरूरत ही नहीं है. जिस राज्य में सरकार अलर्ट है और सभी धर्म के लोग शांति से रह रहे हैं, वहां धर्मांतरण विरोधी कानून की कोई जरूरत नहीं है। वहीं हिंदुओं के धर्म बदलने के कुछ मामलों की रिपोर्ट्स को लेकर सीएम नीतीश ने कहा कि इस मामले में सरकार पूरी तरह अलर्ट है. बिहार में समुदायों के बीच कोई झगड़ा नहीं है. सभी तरह की आस्था वाले लोग शांति से रह रहे हैं.उनके लिए कोई परेशानी नहीं है. हमने अपना काम कुशलता से किया है. इसलिए यहां इस तरह के कदम की जरूरत नहीं है.सरकार की सतर्कता ने सुनिश्चित किया है कि राज्य में कोई सांप्रदायिक तनाव न हो.

आपको बता दें, बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार चला रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून की कोई जरूरत नहीं है। सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि बिहार में पूरी तरह एकता है और सभी समुदाय के लोग शांति से एकसाथ रह रहे हैं। वहीं सीएम नीतीश के इस बयान से कुछ दिनों पहले गठबंधन पार्टनर भाजपा के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में धर्मांतरण विरोधी कड़े कानून की मांग उठाई थी। इसके अलावा भी भाजपा के कई नेता कानून को बनाने की मांग करते आए हैं, लेकिन सीएम नीतीश के इस बयान ने साफ कर दिया है कि जेडीयू अपनी गठबंधन साथी भाजपा के इस एजेंडे में सहमति नहीं रखती है.सिर्फ धर्मांतरण विरोधी कानून ही नहीं बल्कि 1990 के दशक से ही नीतीश कुमार भाजपा के द्वारा बनाए जा रहे किसी भी कानून के समर्थन में नहीं रहे हैं, जिनमें अनुच्छेद 370, समान नागरिक संहिता, ट्रिपल तलाक, एनआरसी और जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दे शामिल हैं.

आलोक कुमार


शिक्षिका ने कहा कि उसकी तबियत ठीक नहीं थी

  *  वर्ग कक्ष में कुर्सी पर सोने एवं छात्रा से पंखा झलवाने वाली शिक्षिका बबिता कुमारी निलंबित


योगापट्टी.पश्चिमी चंपारण जिले में है राजकीय प्राथमिक विघालय, बउअठवा,योगापट्टी.इस विघालय में वर्ग कक्ष में कुर्सी पर सोने और छात्रा के द्वारा पंखा झलने के कारण शिक्षिका श्रीमती बबिता कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.निलंबन की अवधि में उक्त शिक्षिका का मुख्यालय प्रखंड ससांधन केन्द्र, योगापट्टी निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही शिक्षिका के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही भी संचालित कर दिया गया है.

ज्ञातव्य हो कि राजकीय प्राथमिक विघालय, बउअठवा, योगापट्टी से संबंधित एक वीडियो विगत दिनों वायरल हुआ था. जिसमें शिक्षिका बबिता कुमारी को कुर्सी पर सोते एवं छात्रा द्वारा शिक्षिका को पंखा झलना स्पष्ट दिखाई दे रहा था. 

इस घटना को जिला प्रशासन द्वारा अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को उक्त मामले की जाँच करते हुए अग्रतर कार्रवाई करने का निर्देश जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा दिया गया.शिक्षा विभाग द्वारा इस घटना की जाँच करायी गयी है तथा दोषी शिक्षिका के विरुद्ध बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय सेवा (नियुक्ति, प्रोन्नति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवा शर्त) नियमावली 2020 के कंडिका-18 में वर्णित प्रावधानों के तहत आवश्यक कार्रवाई करने के लिए संबंधित नियोजन इकाई को निर्देशित किया गया.

पंचायत सचिव-सह-सचिव, शिक्षक नियोजन इकाई, ग्राम पंचायत राज बगही पुरैना, प्रखंड योगापट्टी पश्चिमी चम्पारण द्वारा रा0 प्रा0 वि0, बउअठवा, योगापट्टी की दोषी शिक्षिका, श्रीमती बबिता कुमारी को तत्काल प्रभाव से दिनांक 07.06.2022 से निलंबित कर दिया गया है.

डीपीओ, स्थापना, शिक्षा, श्री योगेश कुमार द्वारा बताया गया कि दोषी शिक्षिका, के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गयी है.

इस मामले में जब शिक्षिका बबिता कुमारी से सवाल पूछा गया, तो शिक्षिका ने कहा कि उसकी तबियत ठीक नहीं थी. इसलिए कुर्सी पर लेटी हुई थी. इस बीच किसी ने ईर्ष्यावश वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है.


आलोक कुमार


वह एंटी रैबिज वैक्सीन नहीं लिया

  और वह युवक कुत्ते ( श्वान) के काटने से भौंकने लगा, पूर्णिया जिले के रूपौली कॉलोनी के रहने वाले उमेश राम के बेटा है पंकज राम.उसे पागल कुत्ते ने काटा था. वह एंटी रैबिज वैक्सीन नहीं लिया था. दो महीने बाद पागलपन सवार...    


पूर्णिया.आजकल बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावे अनुमंडल व जिला अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी रैबिज वैक्सीन उपलब्ध रहता है.जो केवल आधार दिखाने के बाद सहूलियत से मिल जाता है.पहले की तरह श्वान काटने (Dog Bite) पर 14 इंजेक्शन लगवाने पड़ते थे.उसके बाद 5 और अब तो सिर्फ 4 इंजेक्शन ( Dog Bite Injection ) ही लगवाने पड़ते हैं.इसका व्यवहारिक रूप नहीं देने के कारण उमेश राम के बेटा पंकज राम को रेबीज़ हो गया है.

रूपौली कॉलोनी के रहने वाले उमेश राम के बेटा पंकज राम को ऐसी परिस्थिति में पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज के रूप में लाया गया जिसके हरकत को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. युवक कुत्ते जैसा हरकत कर रहा था.उसके ऊपर पागलपन सवार था. वह कुत्ते के जैसा भौंक रहा था और लोगों को काटने के लिए तैयार था. परिजनों ने युवक को हाथ पैर गमछा से बांध दिया.डाॅक्टर ने भी उसे जवाब दे दिया. युवक अपने दिमागी संतुलन पूरी तरह खो दिया था.युवक जिले के रूपौली कॉलोनी के रहने वाले उमेश राम के बेटा पंकज राम (27 वर्ष) है.

मरीज के परिजनों ने बताया कि पंकज राम को गांव में ही दो माह पूर्व एक पागल कुत्ते ने काट लिया था. पंकज ने मामूली घाव समझ कर एंटीरेबिज की सुई नहीं लिया.घाव भी ठीक हो गए. लेकिन उसे यह पता नहीं चला कि उसके लापरवाही एक दिन जानलेवा साबित हो सकता है. दो महीने बाद पागल कुत्ते के काटा हुआ असर दिखने को मिला.परिजनों ने बताया कि पंकज एक दिन पहले तक ठीक था. लेकिन मंगलवार के 10 बजे बाद वह अचानक पागल जैसा बरताव करने लगा.

जब उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया तो जांच से पता चला कि उसे रेबीज़ हो गया है. बताया जा रहा है कि पंकज की शादी 3 साल पूर्व हुई थी.अब तक वह पिता तक भी नहीं बन पाया.रेबीज़ होने की बात सुनते ही परिजनों के होश ही उड़ गए.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डाॅ ए अहद ने बताया कि रेबीज़ का कोई इलाज नहीं है.समय पर एंटीरेबिज का सूई लेना ही बचाव है.यह संक्रमण 10 दिन से लेकर 12 साल के अंदर तक असर होता है. यह संक्रमण जंगली जानवरों के काटने से फैलता है.                 

परिवार वाले आनन-फानन में उसे लेकर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने पंकज राम का आरभिंक उपचार करने के बाद पटना रेफर कर दिया.पंकज राम के चाचा ने बताया कि 2-3 माह पहले उसके भतीजे को किसी पागल कुत्ते ने काट लिया था. उन्होंने कहा, इस बात को पंकज ने हल्के में ले लिया तथा किसी को इसकी खबर नहीं दी.जब उसकी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी तब घरवालों ने पहले उसे रेफरल हॉस्पिटल रुपौली में एडमिट कराया.शुरुआती उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे पूर्णिया के राजकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया.यहां आने के बाद चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे रेबीज की परेशानी बताई तथा पटना रेफर कर दिया.मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बताया कि रेबीज का कोई उपचार नहीं है, वक़्त पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लेना ही बचाव है.यह संक्रमण जंगली जानवरों के काटने से फैलता है.इस के चलते चिकित्सालय परिसर में शख्स पागल जानवरों जैसी हरकतें करता रहा जिसे देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ जुट गई.     

 श्वान के काटने पर पीड़ित को दर्द सहने के अलावा इंजेक्शन का डर अलग से सताता है.पहले जहां श्वान काटने (Dog Bite) पर 14 इंजेक्शन लगवाने पड़ते थे, उसके बाद 5 और अब सिर्फ 4 इंजेक्शन ( Dog Bite Injection ) ही लगवाने पड़ते हैं.इससे अस्पताल पहुंचने वाले पीड़ितों का दर्द कुछ कम होगा.उन्हे अस्पताल के चक्कर कम लगाने पड़ेंगे.वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाइजेशन ( WHO ) ने डॉग बाइटिंग पर दिए जाने वाले इंजेक्शनों को लेकर नई गाइड लाइन जारी की है.इसके तहत श्वान के शिकार को पांच के स्थान पर अब सिर्फ चार ही इंजेक्शन लगाए जाऐंगे. त्वचा के मार्ग से भी इंजेक्शन लगाकर पीड़ित को रेबीज से बचाया जा सकेगा.          

डा. दिलीप बोस के अनुसार इन्ट्रामास्क्यूलर इंजेक्शन की पहले पांच डोज डॉग बाइट से पीड़ित को दी जाती थी. अस्पताल पहुंचने के दिन से चिकित्सको द्वारा बताए अनुसार ही इंजेक्शन लगवाने होते है.इसके तहत पहला इंजेक्शन काटने के बाद अस्पताल पहुंचने पर, दूसरी डोज तीसरे दिन व तीसरी डोज 7वें तथा चोथी व अंतिम डोज 14 से 28 दिवस के बीच दी जाएगी. इसके अलावा एक नया इंजेक्शन भी आया है. इसमें रोगी को तीन दिन ही अस्पताल आना पड़ेगा.

पहली डोज काटने के बाद, फिर तीसरे दिन व तीसरा इंजेक्शन 7वें दिन लगाया जाएगा.यह इंजेक्शन (इन्ट्राडर्मल) त्वचा रूट से लगेगा.चिकित्सको का मानना है कि कम दर्द देगा ओर असर भी ज्यादा करेंगे.हालांकि इसमें एक बार में दो इंजेक्शन लगाए जाएंगे.

जानकारी के अनुसार 2002 तक न्यूरल वैक्सीन लगाए जाते थे. इन पर सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगा दी थी.एक तो श्वान के काटने पर हुऐ घाव का दर्द ओर दूसरा एक के बाद एक 14 इंजेक्शन लगाने से पीड़ित को काफी पीड़ा सहनी पड़ती थी. चूंकि इंजेक्शन पेट में लगाए जाते थे.पेट में इंजेक्शन लगने के नाम से ही दिल दहल जाया करता था.बच्चो के लिए यह काफी मुश्किल भी ज्यादा होते है। इन इंजेक्शनो के बंद होने के बाद सेल कल्चर आए.नए शिड्यूल के अनुसार भी यही दिए जा रहे है.तरीका व माध्यम में कुछ बदलाव आया है.

एक अन्य चिकित्सक के अनुसार डॉग बाइट की तीन श्रेणियां होती है.पहली श्रेणी में श्वान की जीभ पर टच होने या चाटने पर.इस श्रेणी में जिस स्थान पर श्वान की जीच टच होती है, उसे 15 से 20 मिनट तक धोकर साफ कर लेना चाहिए.दूसरी स्थिति में खून नहीं निकले, लेकिन शरीर पर खरोंच आ जाए तो वेक्सीन लगवाना जरूरी है.तीसरी स्थिति में जब श्वान के काटने पर खून आ जाए तो रेबीज की रोकथाम के लिए इंजेक्शन के साथ इम्यूनोग्लोबिन भी साथ में लगवाने होते है.शहर में श्वानो का आंतक है.शहर के अस्पताल में प्रतिदन 2 से 3 पीड़ित पहुंचते है.बताया गया कि प्रतिवर्ष एक हजार के करीब लोग श्वानों के कोप के शिकार हो रहे है.


आलोक कुमार   

Tuesday, 7 June 2022

15 मई 2022 को संत घोषित किये गये

 पटना.पटना.अभी हाल में रोम में ‘संत‘ बनने वाले संत देवसहायम को श्रद्धांजलि अर्पित करने का निर्णय लिया गया है.पेंटेकोस्ट के बाद दूसरे रविवार के बाद 24 जून दिन शुक्रवार को येसु का पवित्र हृदय का पर्व है. उस दिन संत देवसहायम को श्रद्धांजलि अर्पित किया जाएगा.मौके पर सभी येसु का पवित्र हृदय के पवित्र परिवारों के लिए 8.30 से 9.30 बजे रात्रि  एक घंटे की राष्ट्रीय धन्यवादी प्रार्थना सेवा का आयोजन किया गया है.


बता दें कि भारत का सबसे बड़ा चर्च रोमन कैथोलिक चर्च ही है.रोमन कैथोलिक कुल आबादी का 1.55  प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनकी संख्या लगभग 20 मिलियन से अधिक हैं. भारत में 10,701 पैरिश और 174 धर्मप्रांत हैं, जो 29 प्रांतों में संगठित हैं.इनमें से 132 लैटिन कैथोलिक चर्च के हैं.भारत में लैटिन कैथोलिक चर्च के द्वारा शुक्रवार 24 जून 2022 को एक घंटे की राष्ट्रीय धन्यवादी प्रार्थना सेवा आयोजित करेगा.

यह भी बता दें कि संत देवसहायम की समाधि संत फ्रांसिस जेवियर्स कैथेड्रल, कोट्टार, तमिलनाडु में है वहां से ही से प्रार्थना की जाएगी. यूचरिस्टिक आशीर्वाद के साथ विशेष प्रार्थना सेवा कैथोलिक उपग्रह टेलीविजन चैनलों जैसे माधा टीवी, शालोम टीवी, गुडनेस टीवी, दिव्यवाणी टीवी, आत्मदर्शन टीवी, ईश्वरी टीवी, सीसीआर टीवी और प्रार्थना भवन टीवी पर प्रसारित की जाएगी. इसे प्रमुख कैथोलिक यूट्यूब चैनलों के माध्यम से भी स्ट्रीम किया जाएगा.

माननीय जॉर्ज एंटोनीसैमी, उपाध्यक्ष, सीसीबीआई और मद्रास-मैलापुर के आर्चबिशप प्रार्थना सेवा की शुरुआत करेंगे.दिल्ली के आर्चबिशप माननीय अनिल कूटो, महासचिव, सीसीबीआई और कोट्टार के बिशप माननीय नाजरीन सूसाई के साथ सिस्टर एनी कुट्टिकाड एसएमआई स्तोत्र का जाप करेगा. डॉ. जॉन कुलंदई, वाइस पोस्टुलेटर,संत देवसहायम का संतीकरण सुसमाचार की घोषणा करेगा और महामहिम बॉम्बे के आर्चबिशप सह कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस प्रवचन देंगे.

बाइबिल के लिए सीसीबीआई आयोग के कार्यकारी सचिव डॉ. येसु करुणानिधि और भारत के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु हिंदी, तमिल, मलयालम, कन्नड़, तेलुगु, बंगाली और बडगा सात भाषाओं में भक्तों की प्रार्थनाओं का नेतृत्व करेंगे. त्रिवेंद्रम के आर्चबिशप माननीय थॉमस जे. नेट्टो संत देवसहायम की प्रार्थना का पाठ करेंगे. संत देवसहायम के लिए गीत गाना बजानेवालों द्वारा संत की हिमायत का आह्वान करते हुए गीत गाना गाया जाएगा.


महामहिम कार्डिनल-चुनाव फिलिप नेरी फेराओ, अध्यक्ष सीसीबीआई और गोवा और दमन के आर्चबिशप सभी परिवारों को येसु के पवित्र हृदय को समर्पित करेंगे.मदुरै के महाधर्माध्यक्ष एंटनी पप्पू सामी समापन प्रार्थना का पाठ करेंगे और मोस्ट रेव लियोपोल्डो गिरेली, भारत के अपोस्टोलिक नुनसियो यूचरिस्टिक आशीर्वाद देंगे.

भारत के  सीसीबीआई    के अध्यक्ष द्वारा जारी परिपत्र में सभी से अनुरोध किया जाता है, विशेष रूप से परिवारों और धार्मिक समुदायों से, इस प्रार्थना सेवा में शामिल हो और इस कार्यक्रम के बारे में भक्तों के साथ साझा करें.जिनके परिवार और समुदाय के सदस्य विदेश में हैं, ताकि वे भी एक परिवार के रूप में शामिल हो सके.

यह आशा व्यक्त किया गया है कि भारत में सभी श्रद्धालु इस एक घंटे में एक परिवार के रूप में बिताएंगे, इस प्रकार कैथोलिक धर्म और चर्च की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता की गवाही देंगे.भारत में लैटिन कैथोलिक चर्च में 132 लैटिन कैथोलिक चर्च और 20 मिलियन भक्तगण विश्वासी हैं.

300 साल बाद वेटिकल से संत की उपाधि


18वीं सदी में ईसाई धर्म अपनाने वाले देवसहायम पिल्लई को उनके जन्म के 300 साल बाद वेटिकल से संत की उपाधि पाने वाले पहले संत बन गए हैं. वैटिकन में पोप फ्रांसिस ने रविवार को पिल्लई के संत बनने की प्रक्रिया पूरी की है. देवसहायम यह उपाधि पाने वाले पहले आम भारतीय हैं. इस तरह पोप फ्रांसिस ने देवसहायम को संत की उपाधि प्रदान करने का संचालन किया. यह पहली बार हुआ कि कोई भारतीय आम आदमी क्रिश्चियन धर्म में इस प्रकार से संत की उपाधि प्राप्त कर रहा किया. पोप ने उनके अलावा दुनियाभर के 9 अन्य लोगों को भी संत की उपाधि से नवाजा है.पिल्लई के चमत्कारिक परोपकारी कार्यों को पोप फ्रांसिस ने साल 2014 में मान्यता दी थी.उनको 15 मई 2022 में संत घोषित किया गया.

साल 1745 में अपनाया ईसाई धर्म

देवसहायम पिल्लई का जन्म 23 अप्रैल 1712 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में हिंदू परिवार में हुआ था और उन्होंने 1745 में ईसाई धर्म अपना लिया और अपना नाम लाजरूस रख लिया था.इसका मतलब होता है प्रभु की मदद.तमिल और मलयालम भाषाओं में इसका अनुवाद देवसहायम होता है. इसी नाम से उन्हें अधिक पहचान मिली. धर्मांतरण के कारण उनको काफी नाराजगी झेलनी पड़ी थी. पिल्लई तत्कालीन त्रावणकोर के राजा के दरबार में एक अधिकारी थे. राजा मार्तंड वर्मा के अधीन त्रावणकोर सेना के कमांडर के रूप में बाद के कार्यकाल के दौरान उन्हें डच नौसेना अधिकारी कैप्टन डी लेनॉय द्वारा ईसाई धर्म से परिचित कराया गया था. देवसहायम के पिता वासुदेवन नंपुथिरी एक ब्राह्मण थे और उनकी मां का नाम देवकी अम्मा नायर जाति की थी.इसलिए उनका नाम नीलकंद पिल्लई रखा गया.

साल 1752 में हुए शहीद

साल 2020 में वेटिकन ने कहा था कि प्रचार करते समय उन्होंने विशेष रूप से जातिगत मतभेदों के बावजूद सभी लोगों की समानता पर जोर दिया. उनका धर्म बदलना उनके मूल धर्म से जुड़े प्रमुखों को रास नहीं आया.उनके खिलाफ राजद्रोह, जासूसी के झूठे आरोप लगाए गए.शाही प्रशासन के पद से हटाया गया और जेल में डाल दिया गया.14 जनवरी 1752 को देवसहायम को गोली मार दी गई. जिसके बाद उन्हें शहीद का दर्जा मिला. कोट्टर में 2 दिसंबर 2012 को ईसाई धर्म अनुसार उन्हें सौभाग्यशाली (ब्लेस्ड) घोषित किया गया था.15 मई 2022 को संत घोषित किये गये.

आलोक कुमार


08 को विशेष निरीक्षण एवं समीक्षा का

 

बेतिया. जिले के सभी विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त शिविर कार्यालयों में 08 जून को विशेष निरीक्षण एवं समीक्षा का आयोजन.रैयतों की शिकायतों/समस्याओं का वरीय पदाधिकारी करेंगे समाधान. जिले के सभी विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त शिविर कार्यालयों में दिनांक-08.06.2022 को विशेष निरीक्षण एवं समीक्षा का आयोजन किया गया है.जिला के वरीय अधिकारियों द्वारा विशेष निरीक्षण एवं समीक्षा की जाएगी तथा रैयतों की समस्याओं शिकायतों का समाधान किया जायेगा.

लौरिया अंचल अंतर्गत (1) नगर पंचायत, चनपटिया के पुराने कार्यालय भवन में (2) पंचायत भवन, लखौरा, बुनियादी विद्यालय के निकट एवं (3) पंचायत भवन गुरवलिया बेलदार शिविर कार्यालय में रैयतों की शिकायत समस्याओं का समाधान किया जायेगा.

इसी तरह चनपटिया अंचल अंतर्गत (1) सामुदायिक भवन, विशुनपुरवा (2) जिला परिषद डाक बंगला स्थित ट्रायसम भवन, लौरिया (3) सामुदायिक भवन, साठी पोखरा पर मझौलिया अंचल अंतर्गत (1) पंचायत भवन, सरिसवा (2) पंचायत भवन, महदीपुर (3) पंचायत सरकार भवन, बैठनिया तथा नौतन अंचल अंतर्गत (1) जगदीशपुर, बहुउद्देश्यीय भवन एवं (2) दक्षिण तेल्हुआ पंचायत सरकार भवन में रैयतों की शिकायतों/समस्याओं का समाधान किया जायेगा.


 इस निमित जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी.जिलाधिकारी ने कहा कि भू-सर्वेक्षण कार्य के लिए संचालित विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त प्रक्रिया अंतर्गत नए सिरे से अधिकार अभिलेखों (खतियान) एवं मानचित्र का निर्माण कराया जा रहा है। बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम-2011 एवं नियमावली 2012 के प्रावधान अंतर्गत किए जाने वाले इस कार्य में सर्वेक्षण पूर्व गतिविधियां, किस्तवार, खानापुरी, सुनवाई, प्रारूप अधिकार अभिलेख एवं मानचित्र का प्रकाशन तथा लगान निर्धारण पश्चात अंतिम अधिकार अभिलेख एवं मानचित्र के प्रकाशन का कार्य किया जाना है.

 

 उन्होंने कहा कि यह कार्य सरकार के उच्च प्राथमिकता कार्यों में शामिल है। 08 जून को निरीक्षण एवं समीक्षा कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार विभिन्न स्तरों पर कराया जाए ताकि अधिक से अधिक रैयत शामिल होकर अपनी-अपनी समस्याओं/शिकायतों को रख सकें और उनका नियमानुकूल समाधान किया जा सके.


 उन्होंने कहा कि निरीक्षण के क्रम में शिविर स्तर पर उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा एवं शिविर कार्यालय की सुरक्षा स्थिति, विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य से संबंधित पंजी अभिलेख एवं कागजातों के संधारण की स्थिति, विशेष सर्वेक्षण शिविर अंतर्गत पदस्थापित कर्मियों के विगत तीन माह की उपस्थिति, सर्वेक्षण पूर्व गतिविधियों यथा-गा्रमवार उद्घोषणा, रैयतों से स्वघोषणा की प्राप्ति , प्रपत्र-5 के संधारण की समीक्षा तथा राजस्व ग्राम वार ग्राम अभिलेख के संधारण की स्थिति, किश्तवार कार्य अंतर्गत त्रिसिमाना एवं ग्राम सीमा का सत्यापन तथा भू-खंडों के सत्यापन की स्थिति आदि की गहनता के साथ जांच की जाए.


 अपर समाहर्ता, पश्चिम चम्पारण, श्री नंदकिशोर साह द्वारा बताया गया कि विशेष निरीक्षण एवं समीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक करने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। रैयतों को विभिन्न माध्यमों से शिविर कार्यालयों में उपस्थित होकर अपनी शिकायतों समस्याओं से अवगत कराने हेतु प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है.उन्होंने अपील की है कि 08 जून को निरीक्षण एवं समीक्षा में रैयत निरीक्षण पदाधिकारी के समक्ष विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से संबंधित अपनी समस्याओं एवं परिवादों को रख सकते हैं ताकि उन समस्याओं परिवारों के निराकरण के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा सके। सर्वसाधारण अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को सफल बनाएं.


आलोक कुमार

इन्वेस्टर्स मीट-सह-बिहार टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी 2022 का शुभारंभ 08 जून को

  * इन्वेस्टर्स मीट-सह-बिहार टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी 2022 का शुभारंभ 08 जून को

*माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा किया जायेगा शुभारंभ

बेतिया. जिलाधिकारी, पश्चिमी चम्पारण, बेतिया, श्री कुंदन कुमार बेतिया मॉडल (चनपटिया स्टार्टअप जोन) से संबंधित देंगे प्रेजेंटेशन. इन्वेस्टर्स मीट-सह-बिहार टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी 2022 का विधिवत शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा दिनांक-08.06.2022 को पुराना सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में किया जाना है। इस कार्यक्रम में माननीय उपमुख्यमंत्री, बिहार, माननीय मंत्री, उद्योग विभाग, बिहार सहित मुख्य सचिव, बिहार, प्रधान सचिव, उद्योग विभाग सहित अन्य माननीय जनप्रतिनिधिगण तथा वरीय अधिकारीगण भाग लेंगे.

उद्योग विभाग, बिहार द्वारा उक्त कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, श्री कुंदन कुमार को आमंत्रित किया गया है.जिलाधिकारी श्री कुमार उक्त कार्यक्रम में बेतिया मॉडल (चनपटिया स्टार्टअप जोन) से संबंधित प्रजेंटेशन देंगे तथा  वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान चनपटिया स्टार्टअप जोन को किस प्रकार से चरणबद्ध तरीके से वापस आये कामगारों की स्किल मैपिंग कराकर, उनसे सुझाव लेकर और बैंक लिंकेज कराते हुए, काफी अल्प अवधि में स्टार्टअप जोन की स्थापना की गई और इसे विकसित किया गया, की जानकारी हर्ष के साथ देंगे.


जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार टेक्सटाईल एवं लेदर पॉलिसी 2022 के उद्भूत होने से जिला से लेकर समूचे बिहार का सम्यक विकास होगा। इससे रोजगार सृजन को एक नया आयाम मिलेगा ही, इसके साथ-साथ रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगी.


आलोक कुमार

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मोतिहारी. जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक के अध्यक्षता में जिला अन्तर्गत गार्जियंस ऑफ चंपारण के पुराने वृक्ष के संरक्षण हेतु जन जागरूकता को लेकर की गई बैठक.जिलाधिकारी महोदय ने पुराने वृक्षों को संरक्षण को लेकर अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा निर्देश.गार्जियंस ऑफ चंपारण अंतर्गत विद्यालयों के शिक्षकों एवं छात्रो  को पुराने वृक्षों के संरक्षण के लिए गतिविधियों में किया जाए सम्मलित.

उक्त मौके पर विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी,  डीपीओ मनरेगा सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

आलोक कुमार

 मोतिहारी. जिलाधिकारी महोदय, पूर्वी चंपारण के निर्देशानुसार जिला समादेष्टा, सदस्य- सह-सचिव, स्वच्छ नामांकन, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी के द्वारा विज्ञापन संख्या 01 /2009 एवं 02/ 2011 के शारीरिक दक्षता परीक्षण में सफल अभ्यर्थियों के औपबंधिक मेधा सूची के क्रम में सभी औपबंधिक मेधा सूची के अभ्यर्थियों को सूचित किया गया है कि दिनांक 10 जून 2022 को विज्ञापन संख्या 1/2009 के औपबंधिक रूप से सफल अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन एवं चिकित्सकीय परीक्षण होगा.


दिनांक 11 जून 2022 को विज्ञापन संख्या 02/2011 के औपबंधिक रूप से सफल अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन एवं चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा. दस्तावेज सत्यापन एवं चिकित्सकीय परीक्षण जिला निबंधन -सह- परामर्श केंद्र, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी में प्रातः 10ः30 पूर्वाह्न से प्रारंभ होगी.


आलोक कुमार 

Monday, 6 June 2022

अपूर्ण विकास कार्यो को जल्द पूर्ण करने का दिया निर्देश

 

मोतिहारी.‘प्रभारी जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित राधाकृष्णन भवन के सभागार में राजस्व, आपदा एवं विकास विभाग से संबंधित जिला स्तरीय समन्वय समिति की समीक्षात्मक बैठक आयोजित किया गया ‘.

उक्त बैठक में जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा लिया गया भाग.प्रभारी जिलाधिकारी महोदय ने अधिकारियों को विकास कार्यो में गति लाने का दिया निर्देश.वहीं अपूर्ण विकास कार्यो को जल्द पूर्ण करने का दिया निर्देश.उक्त मौके पर एडीएम श्री अनिल कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री सुमन सौरभ यादव, भू अर्जन पदाधिकारी श्री विजय कुमार, डीआरडीए डायरेक्टर श्री राकेश रंजन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री सादिक अख्तर, जिला सांख्यिकी  पदाधिकारी श्री भीम शर्मा सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे.

आलोक कुमार


जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक

 


मोतिहारी.डॉ राधाकृष्णन सभागार, मोतिहारी में प्रभारी जिलाधिकारी, श्री कमलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह, बाढ़ पूर्व तैयारी एवं अन्य विषयों से संबंधित जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई.

बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिले भर में 1 जून से 7 जून 2022 तक बाढ़ आपदा सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि सभी संबंधित पदाधिकारी गण बाढ़ आपदा प्रबंधन कार्य को गंभीरता से लें एवं हमेशा एलर्ट मूड में रहे.उन्होंने कहा कि अनुमंडल, अंचल एवं प्रखंड स्तर पर बाढ़ पूर्व तैयारी करें.दहव, सिविल सोसाइटी, मुखिया, सरपंच के साथ बैठकर जन जागरूकता और बाढ़ पूर्व तैयारी अभियान एवं बाढ़ की समाप्ति के पश्चात संभावित विकट स्थितियां, महामारी की जानकारी देना तथा प्रचार प्रसार करना.                               

 सभी विभागों से जुड़े सेवा प्रदान करने वाले केंद्रों के भवनों का बाढ़ से डूबने के खतरो का आकलन कर वैकल्पिक व्यवस्था करना.कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूर्व तैयारी  करना.बाढ़ से निपटने की  राहत केंद्रों ,उंचे स्थानों तथा संवेदनशील समूहों यथा गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, वृद्धि जनों एवं दिव्यांग जनों की पहचान कर सूची तैयार कर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को उपलब्ध कराना.

 बाढ़ के दौरान तटबंधों के भीतर रहने वाले समूह को राहत एवं बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों कि प्रति संवेदनशील बनाना.सार्वजनिक स्थलों पर बाढ़ सुरक्षा के संबंध में जल निकाय संरक्षण  अंतर्गत आहर , पैईन, पोखर ,तालाब आदि को अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान चलाना.स्वस्थ विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलंत चिकित्सा केंद्र ,वोट पर चिकित्सा केंद्र, ब्लीचिंग पाउडर , हैलोजेन टाबलेट, सांप काटने की दवा आदि की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया.बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता रखने का निर्देश दिया गया.

 

जल संसाधन विभाग द्वारा जिले की नदियों पर बने तटबंधों की सुरक्षा मानक संचालक प्रक्रिया के अनुसार करने का निर्देश दिया गया.जल संसाधन विभाग द्वारा जिला में बाढ़ से अति प्रभावित एवं प्रभावित गांवों को चिंहित कर सूची तैयार करना.प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से बाढ़ की स्थिति में क्या करें , क्या न करें का प्रचार-प्रसार करना.बाढ़ पूर्व नाव का निबंधन, सरकारी नावों की मरम्मती , निजी नाव के नाव मालिक से इकरारनामा.बाढ़ पूर्व सामुदायिक रसोई का स्थल चयन, समुदाय रसोई संचालन के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति.बाढ़ पूर्व ऊंचे शरण स्थल का चिन्हीकरण.फूड पैकेट तैयार करने के लिए स्थल का चयन एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति.जी आर के लिए आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर शत प्रतिशत लाभुकों का डाटा अपडेट करना.तटबंधों का संयुक्त जांच तथा संवेदनशील स्थानों पर कर्मियों एवं बांधों पर गृहरक्षकों की प्रतिनियुक्ति.

इस अवसर पर अपर समाहर्ता आपदा, अनुमंडल पदाधिकारी मोतिहारी सदर, जिला कृषि पदाधिकारी प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन, सभी अंचल अधिकारी ,प्रखंड विकास पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.

आलोक कुमार

राजगीर में सभी होटलों को गंगा जलापूर्ति होगी

 नालंदा.बिहार के गया और नालंदा जिले के जल संकट के समाधान के लिए ‘गंगा उद्वह परियोजना‘ के तहत 190 किमी पाइपलाइन के जरिए गंगा नदी का पानी मोकामा के हथिदह से नवादा तक पहुंचाने का ट्रायल सफल रहा. यह ‘गंगा उद्वह योजना‘ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट है.‘गंगा उद्वह योजना‘ का ट्रायल सफल होने के बाद राजगीर में सभी होटलों को गंगा जलापूर्ति होगी.इसके लिए सभी होटलों को अपने परिसर में सम्प (अंडरग्राउंड टैंक) का निर्माण करना होगा.इसके क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी ने राजगीर के होटल व्यवसायियों के साथ बैठक आयोजित की.गंगाजल आपूर्ति योजना को आगामी वर्षा ऋतु में क्रियान्वित करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.इस योजना के माध्यम से राजगीर वासियों को जलापूर्ति की जाएगी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगाजल उद्वह योजना के तहत नालंदा के अलावा गया, बोधगया और नवादा को गंगाजल की आपूर्ति की जानी है. इन सभी जगहों पर गंगाजल को शुद्ध कर पेयजल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इस योजना को तीन चरणों में पूरा किया जाना है. पहले चरण के तहत इस योजना पर पहले 2836 करोड़ रुपये खर्च किये जाने थे, लेकिन कोरोना की वजह से विलंब होने से लागत बढ़कर 4174 करोड़ रुपये कर दिया गया है.

राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के सभी घरों, होटलों, विद्यालय कॉलेज एवं अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को इस योजना के माध्यम से लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग(पीएचईडी) द्वारा पाइप लाइन के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी.वर्तमान में होटलों द्वारा बोरिंग के माध्यम से भूगर्भ जल का उपयोग किया जा रहा है. बोरिंग के उपयोग से भूगर्भ जल का स्तर नीचे जाता है. पाइपलाइन के माध्यम से सुचारू रूप से जलापूर्ति होने के उपरांत होटलों द्वारा बोरिंग को बंद किया जाएगा.इससे भूगर्भ जल का संरक्षण हो सकेगा.राजगीर नगर परिषद क्षेत्र में अब तक 82 होटल सूचीबद्ध किए गए हैं.छूटे हुए होटलों को भी इस सूची में शामिल किया जा सकेगा.

इन सभी होटलों को पीएचईडी द्वारा पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी.इस व्यवस्था के तहत होटल संचालकों को भी पानी के स्टोरेज के लिए आवश्यक संरचना का निर्माण करना होगा.योजना के क्रियान्वयन को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के सभी होटल संचालकों के साथ आरआईसीसी सभाकक्ष में बैठक की.सभी होटल संचालकों को 11 जून तक अपने-अपने होटल के लिए पानी के दैनिक आवश्यकता का आकलन कर इसकी लिखित जानकारी पीएचइडी को उपलब्ध कराने को कहा गया.होटल संचालकों को पाइपलाइन के माध्यम से प्राप्त जल के भंडारण के लिए संप (अंडरग्राउंड टैंक) का निर्माण कराना होगा. जिसमें उनके द्वारा उनकी आवश्यकता के अनुरूप पाइप लाइन के माध्यम से प्राप्त जल का भंडारण किया जाएगा.सम्प में भंडारित जल को होटल संचालकों द्वारा मोटर के माध्यम ऊपर के टैंक में पहुंचाया जाएगा जहां से होटल के सभी कमरों में पानी पहुंचेगा.जिलाधिकारी ने जून माह के अंत तक सभी होटल संचालकों को अपनी आवश्यकता के अनुरूप निर्धारित क्षमता के संप का निर्माण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.

ज्ञातव्य हो कि पीएचईडी द्वारा राजगीर नगर परिषद क्षेत्र में लगभग 10 हजार घरों में पाइप लाइन कनेक्शन दिया जा रहा है. अब तक  8 हजार से अधिक घरों में कनेक्शन दिया जा चुका है. शेष घरों में भी आगामी कुछ दिनों में कनेक्शन दे दिया जाएगा.बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राजगीर, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी सहित विभाग के सहायक कनीय अभियंता एवं राजगीर नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न होटलों के संचालक  प्रतिनिधि उपस्थित थे.

मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली अभियान के तहत यह योजना गया, बोधगया और राजगीर जैसे शहरों को पेयजल मुहैया कराएगी. इस स्कीम के पहले चरण का बजट 2836 करोड़ रुपये है और इससे गया को 43 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) और राजगीर को सात एमसीएम पानी मुहैया कराया जाएगा. दिसंबर 2019 में कैबिनेट ने इस योजना की मंजूरी दी थी.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज नालंदा के घोड़ा कटोरा पहुंचें जहां उन्होंने गंगा उद्वह योजना का जायज लिया. इस दौरान उन्होंने योजना से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी. इस परियोजना की शुरुआत 2019 में की गयी थी. इस परियोजना पर 2836 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है.इस परियोजना के तहत जल संचयन के लिए कुल 350 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है. दिसंबर 2019 में राज्य कैबिनेट ने गंगा जल उद्वह योजना के पहले फेज के लिए 2836 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी. इस योजना का पहला चरण जून 2021 तक पूरा किये जाने का लक्ष्य था, लेकिन कोरोना संकट और तकनीकी वजहों से इसमें विलंब हुआ. मोकामा के मरांची स्थित गंगा नदी का पानी पाइपलाइन के जरिये गया के मानपुर प्रखंड के अबगीला स्थित खदान में लाया जाएगा.इस योजना के तहत बरसात के मौसम में 4 महीने तक पानी स्टोर किया जाएगा. जिसके बाद उसे प्यूरीफाई कर घरों व अन्य जगहों पर सप्लाई किया जाएगा.

आलोक कुमार

60 कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की कुल संख्या 4 है

 मुजफ्फरपुर. समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में विकास एवं समन्वय समिति की बैठक आहूत की गई. बैठक में उप विकास आयुक्त, एडीएम आपदा प्रबंधन सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे. साथ ही सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी ,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और अंचल अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे.

जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न  विकासात्मक योजनाओं के क्रियान्वयन के क्रम में पूरी पारदर्शिता रखें.निर्धारित विष्टिटियों एवं मानकों के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें.लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी लोक प्राधिकार अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें.यदि इसमें कोताही बरती गई तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी.

जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई कि विगत 60  कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की कुल संख्या 4 है और सुनवाई के विस्तारित मामले 8 हैं।वही अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पूर्वी ने बताया कि विगत 60 कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की कुल संख्या 11 है जबकि 45 कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की संख्या 59 है.वहीं अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय पश्चिमी में विगत 45 कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की कुल संख्या 70 है जबकि विगत 60 कार्य दिवस से अधिक लंबित मामलों की कुल संख्या आठ है.उक्त अधिनियम के तहत सुनवाई/आदेश के पश्चात भी अतिक्रमण के मामलों का अनुपालन अभी तक नहीं हो पाने के कारण जिलाधिकारी द्वारा सख्त नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिया गया कि संबंधित एसडीओ और डीसीएलआर भी अनुश्रवण करें और अनुपालन के दिशा में आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें.

जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बताया कि 4585 वार्ड के विरुद्ध 4514 वार्डो  में कार्य पूर्ण है जबकि विभिन्न कारणों से 71 वार्डों में कार्य बाधित या अपूर्ण है.जिलाधिकारी ने सभी वरीय प्रभारी  अधिकारियों को निर्देशित किया कि पंचायत भ्रमण के क्रम में नल जल की अद्धतन स्थिति की जानकारी प्राप्त करें साथ ही जिन योजनाओं की जांच कर ली गई है तो प्राप्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर करवाई करना सुनिश्चित करें.

आपूर्ति विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि दोनों अनुमंडलों  में कुल 580687 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 571180 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया है. लंबित आवेदनों की संख्या मात्र 9424 है  जबकि समय पर आवेदनों की संख्या 83 है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने अनुमंडल में आम पब्लिक के द्वारा मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. उन्होंने स्पष्ट कहा कि मिल रही शिकायतों के आलोक में जांचोपरांत यदि शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित पर जिम्मेदारी तय की जाएगी. बैठक में इसके अतिरिक्त गली-नाली योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, जल जीवन हरियाली ,कल्याण विभाग, जिला अल्पसंख्यक कल्याण ,सामाजिक सुरक्षा, आईसीडीएस, लोहिया स्वच्छ बिहार योजना तथा अन्य विभागों की समीक्षा की गई.जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि योजनाओं का क्रियान्वयन ससमय और और तय मानकों के अनुरूप हो.कोताही/लापरवाही पर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी.

आलोक कुमार

बच्चों पर होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा पर 1098 चाइल्ड लाइन को फोन करें

मुजफ्फरपुर. आज मंगलवार को जिला बाल संरक्षण ईकाई मुजफ्फरपुर व श्रम संसाधन विभाग, मुजफ्फरपुर व एक्शन एड के संयुक्त तत्वावधान में किशोरी- किशोरियों का जिला स्तरीय संवाद कार्यक्रम, श्रम संसाधन विभाग, मुजफ्फरपुर के सभागार में आयोजित किया गया.बाल श्रम के विरुद्ध सहित बच्चों पर होने वाली हिंसा के विरुद्ध तथा विद्यालय से जोड़ने के लिए सहायक निदेशक श्री उदय कुमार झा, जिला बाल संरक्षण इकाई, मुजफ्फरपुर,रणवीर रंजन, श्रम अधीक्षक, मुजफ्फरपुर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों तथा एक्शन एड से अरविन्द कुमार, जिला समन्वयक, मुजफ्फरपुर की उपस्थिति में संवाद कार्यक्रम चला.


किशोरी- किशोरियों का जिला स्तरीय संवाद कार्यक्रम, श्रम संसाधन विभाग, मुजफ्फरपुर के सभागार में आयोजित किया गया.सहायक निदेशक श्री उदय कुमार झा, जिला बाल संरक्षण इकाई ने बाल अधिकार सहित बच्चों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी.उन्होंने बताया कि बच्चों पर होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा पर 1098 चाइल्ड लाइन को फोन करें. जो टोल फ्री नंबर है. 


श्रम अधीक्षक रणवीर रंजन ने बाल श्रम के संबंध में जानकारी दी कि यह सभ्य समाज के माथे पर कलंक का टीका है. उन्होंने बाल श्रम निषेध अधिनियम 1986 के तहत काम पर ले जाने वाले बच्चों के नियोक्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही.सभी 6-14 वर्ष के बच्चे स्कूल में हों और कैसे उनका छीजन न हो इसके लिए सामाजिक क्षेत्र के लोगों को आगे आने का आह्वान किया. श्रम अधीक्षक ने बच्चों के संरक्षण को लेकर अधिकाधिक जागरूकता फैलाने को लेकर बल दिया. उन्होंने कहा कि बाल श्रम के साथ साथ बाल विवाह भी एक सामाजिक कोढ़  है. जिसके उन्मूलन को लेकर अत्यधिक जागरूकता की आवश्यकता है.

सहायक निदेशक उदय कुमार झ जिला बाल संरक्षण इकाई ने जोर देते हुए कहा कि एक्शन एड द्वारा बाल संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है और 12 जून विश्व बाल दिवस से पूर्व जिले में संयुक्त रूप से प्रभात फेरी आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. साथ हीं उन्होंने लोगों से अपील की कि बाल विवाह, बाल श्रम और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के प्रभावी रोकथाम के लिए इस तरह के अभियान की जरूरत है.

कार्यक्रम में मुशहरी, बोचहा व बंदरा प्रखंड की किशोर किशोरियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. बच्चों ने पदाधिकारियों से बाल श्रम बाल विवाह, बाल व्यापार पर विस्तार से जाना और बहुत सारे जिज्ञासापूर्ण प्रश्न किए. बच्चों ने बाल श्रम और सुरक्षित सभी को विद्यालय विषयक चित्रांकन किया तथा अधिकारियों के समक्ष प्रदर्शित किया. मालूम हो कि 12 जून को विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस है जिसके लिए महीने भर से बाल श्रम उन्मूलन जागरूकता माह अवलोकित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में एक्शन एड के  प्रखंड समन्वयक,श्री राजगीर कुमार, रामसुंदर राम व एक्शन एड के वोलिंटियर श्री जगदीश मांझी, श्री संजय मांझी, मो.हैदर अली, एवं श्री नागेन्द्र मांझी मौजूद थे.

आलोक कुमार

’किसी भी क्षेत्र में जलजमाव ना हो, उसी अनुरूप नालों की कराएं सफाई’

 

◆ ’वैसे क्षेत्र जहां जल निकासी का कोई व्यवस्था नहीं है, वहां कच्ची नालियां काटकर पानी निकासी करावे’

◆ ’मनसरवा नाले के सफाई के दौरान अतिक्रमित मकानों को चिन्हित कर मापी कराते हुए अतिक्रमण मुक्त करावे, ताकि मनसवा नाला द्वारा नालियों का पानी पूरी प्रवाह के साथ डिस्चार्ज हो सके’

 गया.’नाला उड़ाही को लेकर नगर निगम के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई.’समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी, गया डॉक्टर त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में आगामी मानसून के पहले गया जिला अंतर्गत नगर निगम क्षेत्र में किए गए नाला उड़ाही एवं जल जमाव की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की गई.

गया नगर निगम के संबंध में नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा द्वारा बताया गया कि गया जिले में 326 छोटे नाले हैं. जिनमें से 228 नाले की सफाई पूर्ण हो चुकी है एवं शेष नाले की उड़ाही 10 दिनों के अंदर करवा दी जाएगी.गया जिला अंतर्गत तीन भूगर्भ नाले हैं, जिनकी सफाई लगातार चलती रहती है. गया जिला अंतर्गत 8 बड़े नाले हैं, जिनमें मनसरवा नाला, इकबाल नगर, धोबिया घाट, कुजापी नाला,नादरागंज नाला सहित अन्य शामिल हैं.नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि 7 दिनों में सभी बड़े नालों की सफाई पूर्ण रूपेण करा ली जाएगी.नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि आधुनिक मशीन युक्त वाहन, जेसीबी, पोकलेन सहित अन्य विभिन्न उपकरणों के सहयोग एवं पर्याप्त मजदूरों को लगा कर पूरी गहराई से नालो की सफाई करवाई जा रही है, इसकी सतत निगरानी के लिए पदाधिकारियों को फील्ड में भेजा जा रहा है.

जिलाधिकारी द्वारा जलजमाव के विषय पर नगर निगम से पूछने पर बताया गया कि नगर निगम के पास 02 बड़े हाई डिस्चार्ज मशीन 27 (एचपी), 4 अदद 5 एचपी का पंपसेट उपलब्ध हैं. जलजमाव की स्थिति होने पर संबंधित पंपसेट के माध्यम से भी पानी की निकासी करवा दी जाएगी.जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि पटना बुडको से समन्वय स्थापित कर जलजमाव की स्थिति में आधुनिक पंपसेट का दर एवं संबंधित कर्मी को चिन्हित रखें ताकि भविष्य में जिले में जलजमाव की समस्या होने पर उनसे निपटने के लिए कार्य लिया जा सके.जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश दिया कि इस मानसून सीजन में गया जिला के किसी भी स्थानों में जलजमाव की कोई समस्या न हो, यही व्यवस्था रखें.

विनोद कुमार बरबिगहिया का कहना है कि वातानुकूलित कमरों में बैठ कर समीक्षा! केवल कागज पर हीं दिखाई देगा, श्रीमान जिलाधिकारी महोदय.जरा धरातल पर आ कर स्वयं देखें.नगर निगम के अधिकारिक कथन में कितनी सत्यता है! आप भी बाहर आएंगे कैसे, प्रचंड गर्मी है, चलिए कम से कम वातानुकूलित गाड़ियों से बाहर झाँक कर तो देख हीं सकते हैं, कि नगर निगम क्षेत्र में कितनी गंदगी पसरा है.नगर निगम के कर्मचारी-पदाधिकारी, पार्षद इत्यादि तो अभी उपमहापौर को मिले डॉक्टरेट सम्मान का उत्सव मनाने में लगा है. नृत्य-गायन, भाषण प्रचार-प्रसार का दौर चल यहा है.

उसी तरह अमीत कुमार शाह का कहना है कि माननीय प्रशासन महोदय,आप इस बात का भी संज्ञान ले की जो नाली से कीचड़ निकलता है उसे तत्काल उठा लिया जाय जबकि यह कई दिनों तक रोड पर ही रहता है.और इस भयानक गर्मी में सूख कर वातावरण को दूषित कर रहा होता है. और पूरे रोड़ पर फैल जाता है.दूसरा कीचड़ को निकालने के लिए ढंकी हुई नालियों को तोड़ दिया जाता है. जिससे लोगो को नाली में गिरने का खतरा बना रहता है.सुशील कुमार ने खुलासा किया कि सभी नालों से सिर्फ शराब की बोतलें निकल रही है जनाब, क्या सोचा है?

 आलोक कुमार

महिलाओं की आजादी, बराबरी व रोजगार के लिए देश भर में खड़ा होगा आंदोलन- मीना तिवारी


पटना.अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन, ऐपवा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक युवा आवास फ्रेजर रोड में शुरू हुई. बैठक में असम, बंगाल, उड़ीसा, तमिलनाडु, कर्नाटक, पुदुचेरी, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब आदि राज्यों से लगभग 100 महिलाओं ने भाग लिया.बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष ई रति राव व संचालन महासचिव मीना तिवारी ने किया.

बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन ने कहा कि आज देश में फासिस्ट ताकतें देश की संवैधानिक संस्थाओं को खत्म कर देश को हिन्दू राष्ट्र बना देना चाहती हैं.वे महिलाओं के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं.हिटलर व मुसोलिनी की तर्ज पर अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करके उनको दोयम दर्जे का नागरिक बना रही हैं, उन पर हमले तेज कर रही हैं.बौद्धिक संस्थाओं को नष्ट करके भगवाकरण करना चाहते हैं.देश के कानूनों का बदलाव कर रहीं हैं.गृह मंत्री मंत्री अमित शाह मुसलमानों को दीमक की संज्ञा से नवाजते हैं.उन्हें प्रताड़ित करने के लिए सी ए ए व एन आर सी कानून लाते हैं. महिलाओं की आजादी से उन्हें डर लगता है. महिलाओं को उनके खिलाफ वैसे ही लड़ना होगा जैसे सी ए ए, एन आर सी के खिलाफ जनांदोलन तेज करना होगा.

 

बैठक को संबोधित करते हुए ऐपवा एनआईसी इन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ई रति राव ने कहा कि मोदी सरकार देश को कारपोरेट घरानों के हाथों नीलाम कर रही है.हलाल मीट, हिजाब के जरिए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा कर  समाज को बांट रही हैं.आर एस एस  कर्नाटक को गुजरात के बाद अपनी दूसरी प्रयोग स्थली बनाना चाहती है.गौरी लंकेश की हत्या इन लोगों के जरिए की गई. लेकिन यहां भी इनका विरोध जनता के जरिए किया जा  रहा है.

राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि भाजपा व आर एस एस की सरकार महिलाओं के अधिकारों व आजादी पर कुठाराघात कर रही है इसके खिलाफ आंदोलन की रणनीति बैठक में बनाई जाएगी.

प्रोफेसर भारती एस कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा ऐतिहासिक स्थली ताजमहल, कुतुब मीनार पर विवाद खड़ा किए जा रहे हैं. ज्ञानवापी मस्जिद के बहाने एक बार फिर विवाद खड़ा किया जा रहा है.

मीटिंग में कुसुम वर्मा, कृष्णा अधिकारी, अनिता सिन्हा, इन्द्रानी दत्त, सुवर्णा, रेवती, निर्मला, जस्वीर नट, माला, नन्दिता भट्टाचार्य, परी कुमारी बरुआ, सविता प्रधान आदि ने अपनी बात रखी.

आलोक कुमार

मां मरियम की नगरी मोकामा में स्थित कैथोलिक चर्च में

 

 मोकामा. आज सोमवार को पटना महाधर्मप्रांत जश्न का माहौल है. मोकामा में जन्म लेने वाली सिस्टर प्रभा दिनेश ने धर्म समाज में 25 साल पूरा कर ली हैं. इस अवसर पर मां मरियम की नगरी मोकामा में स्थित कैथोलिक चर्च में पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष सेबेस्टियन कल्लूपुरा समारोही धार्मिक अनुष्ठान पूर्वाह्न 10ः00 बजे अर्पित करेंगे.


इस अवसर पर दर्शनाभिलाषी राजेश किरण, रीना,दिनेश,रानी, प्रदीप, सुमा,दीपक,गीता, मनोहर,ज्योति,पंचा देवी, रोशन, रूबी,अविनाश,ज्योति, विकास,नेहा,रेखा,मृदुल राज, स्नेहा, रोशनी, प्रीमा,ईश प्रिया,राहुल राज, अंशु,मीठी, मानस,मानसी,स्वीटी,एंजेल आदि.

आलोक कुमार

Sunday, 5 June 2022

जुहुली में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का उद्घाटन का शुभारंभ


रक्सौल.पूर्वी चंपारण जिले में रक्सौल.रक्सौल के नवनर्मित अनुमंडलीय अस्पताल का उद्घाटन डॉ० मनसुख मांडविया, माननीय मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार, श्री मंगल पांडे, माननीय मंत्री, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार ,श्री महेंद्र राय यादव, माननीय मंत्री कृषि एवं पशुपंक्षी विकास, नेपाल सरकार, डॉक्टर संजय जायसवाल , माननीय सांसद, पश्चिमी चंपारण, श्री विमल प्रसाद श्रीवास्तव, माननीय सांसद, परसा नेपाल, श्री महेश्वर सिंह , माननीय विधान पार्षद, पूर्वी चंपारण, श्री प्रमोद कुमार सिन्हा, माननीय विधायक, रक्सौल के द्वारा राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला (एफएसएसएआई), रक्सौल एवं अनुमंडलीय अस्पताल, रक्सौल, पताही प्रखंड के जुहुली में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर , एवं सुगौली प्रखंड के भेड़ीहारी में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का उद्घाटन का शुभारंभ फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया.


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने उद्घाटन के बाद पुरे अस्पताल के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया.मंत्री जी ने अस्पताल परिसर में प्रवेश करते ही अस्पताल सड़क के दोनो किनारे पुष्प लेकर खड़ी एएनएम द्वारा पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया गया.इस बाबत 5 स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे ने कहा कि बिहार ही नहीं बल्कि पुरे भारत के ढ़ाई करोड़ जनता सुरक्षित है तो इसका श्रेय भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंसुख माडवीय और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है.जिन्होंने पुरे जनता को निःशुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराया और पूर्वी चम्पारण के बनकटवा 100 प्रतिशत टीकाकरण में पहला स्थान प्राप्त किया.

 इसके साथ ही दो वर्ष के कोरोना काल में पीएम के सौजन्य से निःशुल्क राशन दिया गया. ताकि कोई भूखे न मरे. रक्सौल का अनुमंडलीय अस्पताल अभी 50 बेड का है लेकिन जल्द ही 100 बेड का हो जाएगा.रक्सौल में वर्ष की पढ़ाई भी बहुत जल्द शुरू होगा. नर्स ट्रेनिंग स्कुल का निर्माण कार्य भी पुरा हो चूका है.अभी तक 75 करोड़ का काम हुआ है. ए एन एम इंस्टीच्यूट 61158 बेड बढ़ेगा. जिसमें सिकरहना, रक्सौल शामिल है. चाइल्ड अस्पताल मोतिहारी में बन रहा है.फील्ड अस्पताल 100 बेड का बनेगा. पीकू वार्ड 50 बेड का बन रहा है. इसके साथ साथ मोतिहारी में मेडिकल कालेज एण्ड अस्पताल का निर्माण होगा. जिसकी स्वीकृति मैंने दे दी है.ये सभी योजनाएं तीन से चार वर्ष में पूरा होगा. हर विधानसभा में छह नया हेल्थ सेन्टर बनेगा.माननीय मंत्री महोदय द्वारा अस्पताल के प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण किया गया.50 बेड अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित अनुमंडलीय अस्पताल का निर्माण बीएमएसआईसीएल के द्वारा 74 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है.

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मोतिहारी, प्रभारी जिलाधिकारी, अपर समाहर्ता, आपदा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी , अनुमंडल पदाधिकारी रक्सौल ,पकड़ीदयाल के साथ-साथ संबंधित पदाधिकारी गण, पुलिस पदाधिकारी गण, संबंधित लाभार्थी आदि उपस्थित थे.

आलोक कुमार

संवाद सम्मेलन का दीप प्रज्वलित कर किया गया शुभारंभ

  

रक्सौल. डॉ० मनसुख मांडविया, माननीय मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार, श्री मंगल पांडे , माननीय मंत्री, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार, श्री महेंद्र राय यादव, माननीय मंत्री कृषि एवं पशुपंक्षी विकास, नेपाल सरकार, डॉक्टर संजय जायसवाल, माननीय सांसद, पश्चिमी चंपारण, श्री विमल प्रसाद श्रीवास्तव, माननीय सांसद ,परसा नेपाल, श्री महेश्वर सिंह , माननीय विधान पार्षद, पूर्वी चंपारण, श्री प्रमोद कुमार सिन्हा, माननीय विधायक, रक्सौल के द्वारा आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद सम्मेलन का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया.

उसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, को स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार, सांसद और विधायक ने  बुके, मोमेन्टो और मिथिला पेन्टिंग पट्टा पहनाकर सम्मानित किया.माननीय विधायक जी ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को भी सम्मानित किया.कार्यक्रम में राष्ट्रीय खाघ प्रयोगशाला के निदेशक ज्ञानप्रकाश शर्मा, सलाहकार ने कार्यक्रम  के बाद मंच पर उपस्थित आयुष्मान भारत कार्ड के लाभार्थी चांद आलम, 19 वर्षीय मुशायरा खातुन,विजय कुमार,अनिल कुमार कुशवाहा, वसीम आलम,फुलवरिया पूर्वी चम्पारण निवासी 19 वर्षीय मनीषा कुमारी,हरसिद्धि निवासी 19 वर्षीय रुपा कुमारी,रामगढ़वा प्रखंड के आर्यानगर निवासी 38 वर्षीय शमीला खातुन नामक आठ लाभार्थियों ने अपना आपबीती मंच पर साझा करते हुए बताया कि हमलोग गरीब परिवार से है और बीमारी काफी बड़ा और गंभीर होने पर आयुष्मान भारत कार्ड ही सहारा बना.जिसके वजह से हम आज स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे है.मनीषा ने बताया कि मेरी शादी के बाद कलेजा में दर्द होने लगा जब डाक्टरों ने बताया कि आपके कलेजा में छेद है और आपरेशन करने में लाखों का खर्चा है तब हम मायुस हो गयी.और  ससुराल वालों ने भी छोड़ दिया. मायके जाने के बाद पता चला कि आयुष्मान भारत का कार्ड मेरे नाम से है उनके सहयोग से मेरा ऑपरेशन हुआ. यदि आयुष्मान भारत नहीं होता तो मै जीवित नहीं रहती. इसके लिए भारत सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. इसी प्रकार सभी लाभार्थियों ने आयुष्मान कार्ड से प्राप्त लाभ के बारे में बताया.उसके बाद मंत्री द्वारा चयनित लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड  वितरण किया गया.

आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए  माननीय मंत्री महोदय ने संबंधित महिला, पुरुष लाभार्थियों से कहा कि आने वाले समय में कोई भी गरीब एवं असहाय व्यक्ति बीमारी से लड़ने के लिए इसका लाभ ले सकते हैं. मंत्री महोदय ने अपने हाथों 5 लाभुकों को डमी आयुष्मान कार्ड प्रदान किए.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया द्वारा संबोधिन किया गया.इस खाघ प्रयोगशाला के संचालन में आने से भारत नेपाल के बीच व्याापार प्रवर्धन को बढ़ावा मिलेगा.पहले भारत से खाघ पदार्थ नेपाल भेजने के लिए जांच के लिए कलकत्ता भेजना पड़ता था. जिसे जांच के बाद नेपाल तक पहुंचने तक खराब हो जाता था.जिसकी शिकायत मिलने पर और सांसद डॉ संजय जायसवाल के द्वारा यहां प्रयोगशाला खोलने के लिए बार बार आग्रह पर इसका निर्माण कार्य और उद्घाटन हुआ. जिससे भारत नेपाल के व्यापारियों में हर्ष व्याप्त है. व्यापारियों ने हमसे मिलकर इसके लिए आभार व्यक्त किया.अब इस प्रयोगशाला के निर्माण से जांच यहां सुलभ होगा और व्यापार में वृद्धि होगी.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे ने कहा कि भारत के जनता को निःशुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराया गया है वही उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण के बनकटवा 100 प्रतिशत टीकाकरण में पहला स्थान प्राप्त किया.इस कार्यक्रम में आयुष्मान भारत के 3 लाभार्थियों द्वारा बताया गया कि आयुष्मान कार्ड से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए हैं और वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं. बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति , जिला  कार्यान्वयन इकाई ,पूर्वी चंपारण के द्वारा जिले भर में गोल्डन आयुष्मान कार्ड 526474 परिवार , कुल लाभार्थी 2539043 , गोल्डन कार्ड जनरेटेड 238352 है.


इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मोतिहारी, प्रभारी जिलाधिकारी, अपर समाहर्ता, आपदा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, एडीएम मोतिहारी, डीसीएलआर, कार्यपालक दण्डाधिकारी, सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी रक्सौल ,पकड़ीदयाल के साथ-साथ संबंधित पदाधिकारी गण, पुलिस पदाधिकारी गण, संबंधित लाभार्थी आदि उपस्थित थे.



आलोक कुमार

मन और हृदय को खोलने के लिए निमंत्रण


आज हम पेंतेकोस्त का महापर्व मना रहे हैं जो ख्रीस्त के पुनरुत्थान के पचास दिनों बाद, पास्का काल को पूर्ण कर देता है. धर्मविधि हमें पवित्र आत्मा के वरदानों के लिए हमारे मन और हृदय को खोलने के लिए निमंत्रण देती है, जिसके विषय में येसु ने अपने शिष्यों से कई बार प्रतिज्ञा की थी. पुनरुत्थान एवं स्वर्गारोहण के बाद यह उनका प्रथम एवं श्रेष्ठ उपहार था.इस वरदान के लिए स्वयं येसु ने पिता से प्रार्थना की थी. जिसका उदाहरण हम आज के सुसमाचार पाठ में पाते हैं जो अंतिम ब्यारी के समय घटित हुआ था. येसु अपने शिष्यों को बतलाते हैं कि ″यदि तुम मुझे प्यार करोगे, तो मेरी आज्ञाओं का पालन करोंगे. मैं पिता से प्रार्थना करूँगा और वह तुम्हें एक दूसरा सहायक प्रदान करेगा, जो सदा तुम्हारे साथ रहेगा. ″(यो.14ः15-16)


संत पापा ने कहा कि ये शब्द हमें सबसे बढ़कर एक व्यक्ति के प्रति प्रेम को दर्शाता है और साथ ही साथ प्रभु के प्रति भी, जिसे मात्र शब्दों से नहीं किन्तु कार्यों द्वारा प्रमाणित किया जा सकता है.आज्ञा पालन को अस्तित्वपरक भावना के अर्थों में समझा जाना चाहिए जिससे उनके जीवन में शामिल हो सकें. वास्तव में, ख्रीस्तीय होने का अर्थ मूलतः किसी खास संस्कृति अथवा एक निश्चित सिद्धांत का पालन करना नहीं है बल्कि येसु और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं से अपने को जोड़ना है. यही कारण है कि येसु ने अपने शिष्यों को पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा की। पवित्र आत्मा ही पिता एवं पुत्र को प्रेम के सूत्र में बांधता तथा उनसे अग्रसर होता है.


संत पापा ने कहा कि हम भी येसु के जीवन को अपना सकते हैं. वास्तव में, पवित्र आत्मा हमें उन सभी बातों की शिक्षा देता है जो हमारे लिए ईश्वर के समान प्रेम करने के लिए आवश्यक है. पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा द्वारा येसु दूसरे सहायक को बुलाते हैं. (16) अर्थात् दिलासा का आत्मा, समर्थक एवं मध्यस्थ का आत्मा जो जीवन की यात्रा में, अच्छाई एवं बुराई के बीच संघर्ष में, हमारी सहायता करता और हमें सुरक्षा प्रदान करता है. येसु उसे दूसरा सहायक कहते हैं क्योंकि प्रथम वे स्वयं हैं जिन्होंने हमारी मानवीय परिस्थिति को अपने ऊपर लिया तथा हमें पाप की गुलामी से मुक्त किया है.


आलोक कुमार