यहाँ पर रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री को फल-सब्जी खाना मना
है
आम-लीची की रखवाली में 24 पुलिसकर्मी तैनात
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का सामूहिक
प्रयास
फिलवक्त 1 अणे मार्ग में स्थित मुख्यमंत्री निवास में पूर्व
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी रहते हैं। 1988 से 1 अणे मार्ग को मुख्यमंत्री का निवास स्थान घोषित कर दिया गया।
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी धर्मपत्नी पूर्व मुख्यमंत्री
राबड़ी देवी ने 1990 से 2005 तक निवास किए। सत्ता से बेदखल होने के बाद लालू-राबड़ी ने 6 माह तक खुट्टा गाड़कर रहे। इन 15 सालों में गौशाला और बगान तैयार कर दिए। 35 आम का पेड़ लगाएं। 15 लीची का पेड़ भी
लगाएं। इसके अलावे 10 अमरूद्ध और 8 कटहल का पेड़ भी लगाएं। इसके अलावे केला,पपीता,शरीफा आदि का भी पेड़ लगाएं। जब पूर्व
मुख्यमंत्री राबड़ी देवी मुख्यमंत्री निवास छोड़ रही थीं, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि आम भेज दीजिएगा। तब मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने कहा कि आम पेड़ में मधुवा लग गया है। बाद में कहा कि जरूर ही आम भेज
देंगे।
जब नैतिकता की
दुहाई देकर मुख्यमंत्री बनाया
मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने लोक सभा में भारी पराजय के बाद नैतिकता की दुहाई देकर 1 अणे मार्ग को अलविदा कहे थे। उनके प्रयास से ही जीतन राम
मांझी, मुख्यमंत्री बने। जब जीतन राम मांझी कठपुतली
मुख्यमंत्री न बनकर स्व विवेक से कार्य करने लगे, तो उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी। पूर्व मुख्यमंत्री का मकान
निर्माण नहीं होने के कारण फरवरी 2015 से जीतन राम
मांझी 1 अणे मार्ग पर जमे हुए हैं। मुख्यमंत्री का
निवास से जीतन राम मांझी का मोहभंग नहीं हो रहा है। वहाँ से हटाने में सरकार असफल
है। यह भी कहा जाता है कि जबतक मुख्यमंत्री की कुर्सी में जीतन राम मांझी विराजमान
थे,तबतक मुख्यमंत्री के निवास में होने वाली
सब्जी और फल सेवन करने के हकदार थे। जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बन
गए वहाँ की सब्जी और फल का उपयोग नहीं कर सकते। अगर करते हैं तो सरकारी मापदंड के
अनुसार समान का दाम देना पड़ेगा। जो सरकारी खजाने में जमा होगा।
सर्वविदित
है कि सूबे के महामहिम राज्यपाल,माननीय पटना उच्च
न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, बिहार विधान सभा
के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के निवास स्थान संवेदनशील स्थानों में सर्वोपरि है।
काफी संख्या में पुलिस जवान तैनात रहते हैं। ऐसे में यकायक 1 अणे मार्ग में 24 पुलिसकर्मियों
को बहाल कर दिया गया। इनमें 8 सब इंस्पेक्टर
और 16 जवान हैं।इसने चार शिफ्टों में कार्य लिया
जा रहा है। रात 10-7 बजे तक राकेश कुमार और युगेश पंडित
कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री निवास में 100 पेड़ है। 4 पेड़ की रखवाली में 1
पुलिसकर्मी बहाल हैं।
1456 लोगों की
रखवाली में 1 पुलिसकर्मी
इस प्रदेश
का दुर्भाग्य है। 1 पुलिसकर्मी के जिम्मे 1456 लोग हैं। वीआईपी की सुरक्षा में 3664 पुलिसकर्मी लगे हुए हैं। 853 थाने में पुलिस
बल की संख्या पर्याप्त है। इस समय 70 हजार की संख्या
में 24 घंटे कार्यरत रहने वाले बिहार रक्षा वाहिनी
स्वयं सेवक हड़ताल में हैं। सीएम नीतीश कुमार ने 2 जून की रोटी जुगाड़ करने वालों को 6 जून 2013 को दैनिक भत्ता 300 रूपए कर दिए।इनको पूर्व सीएम के द्वारा मानदेय में बढ़ोतरी की
गयी थी। जो सीएम नीतीश कुमार नहीं दे रहे हैं। बिहार में 702 मर्डर,104 डकैती,357 लूट,1696 अपहरण,14 फिरौती,233 बलात्कार आदि सदृश्य अपराध हुआ है।
इस ओर सरकार कदम नहीं उठा रही है। वहीं एक महादलित मुसहर समुदाय के पूर्व सीएम
जीतन राम मांझी को 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री निवास
से बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है।
अब सवाल उठता है
कौन खाएंगा दशहरी आम
सूबे में
सितम्बर-अक्टूबर माह में चुनाव होने जा रहा है। प्रदेश के लोग मतदान करेंगे। नयी
सरकार गठित होगी। कौन मुख्यमंत्री बनते हैं? यह भविष्य के गर्भ में है। तब जाकर पता चला कि कौन खाएंगा 1 अणे मार्ग का दशहरी आम। फिलवक्त दीघा के आम के बगान में
मालदह आम के रसिक आकर आम खरीदने लगे हैं। इस समय मालदह आम के स्वाद चख लेने वाले
लोग दीघा के बगान में आकर पेड़ से आम तुड़वाकर ले जा रहे हैं। 5 किलोग्राम की कीमत 400 सौ रूपए है। एक किलोग्राम में 4 आम चढ़ता
है। 1 आम 30 रूपए में मिल रहा है।
आलोक
कुमार
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