Tuesday 16 June 2015

ऐतिहासिक गाँधी मैदान की दक्षिण छोर


पटना। उम्र करीब 40 साल। मौत के गले में समा गया है। आवाजाही करने वाले लोग कहते हैं कि 15 जून सुबह से ही पड़ा हुआ है। 16 जून के दोपहर तक भी पड़ा है। यह शांतिपूर्ण मौत है। गोली से होने वाली मौत से सरकार और खार्की वर्दीधारी सुध लेते हैं। यह तो शांतिपूर्ण मौत है। मौत के कारणों का हर कयासों को दूर कर रहा है युवक। बगल में बोतल में पानी भरा हुआ था। सो प्यास से मौत नहीं हुई होगी। पॉलिथिन में फल है तो भूख से मौत नहीं हुई होगी। हो सकता है कि गर्मी की मार से मौत हुई होगी। यह तो जाँच का विषय है। पोस्टमार्टम के बाद ही हकीकत पता चल सकती है। भगवान युवक को जन्नत बख्स दें।
आलोक कुमार



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