Wednesday, 2 March 2022

बुधवार को ईसाई समुदाय के द्वारा ‘राख बुधवार‘ मनाया गया

ईसाई समुदाय का चालीस दिवसीय दुखभोग शुरू







पटना.बुधवार को ईसाई समुदाय के द्वारा ‘राख बुधवार‘ मनाया गया.पटना महाधर्मप्रांत के अधीन पटना, बेतिया, मुजफ्फरपुर, बक्सर, पूर्णिया, भागलपुर और नेपाल धर्मप्रांतों के गिरजाघरों में ईसाई समुदाय ‘राख बुधवार‘ के मिस्सा पूजा में भाग लिये. भीड़ लगने के आलोक में सुबह और शाम मिस्सा किया गया.प्रभु येसु ख्रीस्त के दुखभोग को 14 झांकियों में रखकर बनाया गया 14 मुकाम में भाग लिये.चर्च में संत पापा फ्रांसिस के आह्वान पर शांति के लिए विशेष प्रार्थना और आराधना हुई.मालूम हो कि खजूर की डालियां जलाकर बनाई गई राख से पुरोहितों ने समाजजन के माथे पर क्रूस बनाकर कहा- मनुष्य तू धूल है और धूल में मिल जाएगा.वास्तव में यह सत्य है. मगर कोई पुरोहित कहे कि मनुष्य जाओं और सुसमाचार का प्रसार करो. इसके साथ ही 40 दिनी उपवास और परहेज की शुरुआत हो गई.
प्रेरितों की रानी ईश मंदिर में सुबह साढ़े छह (6.30) बजे से मिस्सा हुआ. दूसरा मिस्सा - सुबह साढ़े आठ (8.30) बजे से हुआ. वहीं पहला क्रूस रास्ता - शाम को साढ़े तीन (3.30) बजे से और दूसरा क्रूस रास्ता - शाम को पाँच (5.00) बजे से हुआ.शाम का मिस्सा - दूसरे क्रूस रास्ता के बाद हुअस. प्रत्येक मिस्सा के बाद माथे पर पवित्र राख लगाया गया. शाम पाँच (5.00) बजे से 14 मुकाम का नेतृत्व फादर राजीव रंजन ने किया.वहीं फादर पीयुस माइकल ओस्ता ने शाम का मिस्सा का नेतृत्व किये.
बताया गया कि आज राख बुधवार मनाने के साथ ही चालीस दिनों के उपवास यानी चालीसा काल शुरू हो गया है. इन चालीस दिनों में हमें तन-मन और आत्मा के शुद्धीकरण के बारे में सोचना-समझना और कार्य करना है. यह कार्य हम उपवास, पश्चाताप और दान द्वारा करेंगे. उपवास द्वारा तन-मन की शुद्धि करना है यानी यदि हममें कोई बुरी लत या गंदी आदत हो तो उसे छोड़ना है. पश्चाताप द्वारा हमें टूटे हुए संबंधों को जोड़ना है. कोई हमसे नाराज है तो हमें उससे क्षमा मांगना है. यदि हम किसी से नाराज हैं तो हमें उसे क्षमा करना है. दान द्वारा हमें गरीब और दबे हुए लोगों की सहायता करना है. यही वह समय है, जब हम स्वयं में परिवर्तन करके हमारे बिखरे हुए रिश्तों को समेट सकते हैं. ये चालीस दिन हमें प्रेम, दया, क्षमा करना सिखाते हैं.उन्होंने कहा कि आज और आने वाले दिनों में हमें विश्व शांति के लिए निरंतर प्रार्थना करना है. आने वाला शुक्रवार चालीसे का पहला शुक्रवार रहेगा और इस दिन शाम 6.30 बजे सभी गिरजाघरों में पवित्र क्रूस मार्ग की आराधना की जाएगी.यूक्रेन में शांति के लिए उपवास रख प्रार्थना की - धर्मगुरु संत पापा फ्रांसिस द्वारा की गई अपील पर समाजजन ने युद्धग्रस्त यूक्रेन में शांति के लिए उपवास रखा विश्वशांति की प्रार्थना की।
यह भी बताया गया कि आज (2 मार्च 2022) एस. के. लॉरेंस के नेतृत्व में भक्त जनों के सहयोग से रिचर्ड अब्राहम के निवास स्थान,चश्मा सेंटर गली, कुर्जी में शाम 06.30 बजे प्रभु येसु के दुखभोग(प्राणदंड की आज्ञा से लेकर सूली पर चढ़ाए जाने तक की कष्टमय यात्रा) से सम्बन्धित ‘मुसीबत‘ नामक गीत तथा प्रार्थना का भक्तिमय कार्यक्रम किया  गया. 
आलोक कुमार

 

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