गया. ’नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा मई, 2022 में घोषित किए गए डेल्टा रैंकिंग के अनुसार गया ज़िला को पहला स्थान मिलने पर मिशन डायरेक्टर एक्सप्रेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम द्वारा गया ज़िला को पांच करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन दिया.’ इसके साथ ही बांका और शेखपुरा को दो-दो करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन किया है. आवंटन इस साल मई में तीनों जिलों के प्रदर्शन के आधार पर दिया गया है.
गया ज़िला आकांक्षी जिला कार्यक्रम मिशन निदेशक राकेश रंजन ने इस संबंध में बिहार के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है. पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है, ’“गया जिले ने कुल मिलाकर पहला स्थान हासिल किया है और पांच करोड़ रुपये के अतिरिक्त आवंटन प्राप्त करने का हकदार बन गया है.’ इसके अलावा बांका और शेखपुरा ने कुल मिलाकर अच्छी रैंक हासिल की है और प्रत्येक को दो करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन प्राप्त करने का हकदार बन गया है.
पत्र में कहा गया है कि ‘योजना दिशानिर्देशों के अनुसार, जिलों को राज्य और केंद्रीय प्रभारी अधिकारियों के परामर्श से एक कार्य योजना (पीओए) / परियोजना प्रस्ताव तैयार करना होगा और इसे नीति आयोग को अधिकार प्राप्त समिति की अंतिम मंजूरी के लिए भेजना होगा. आकांक्षी जिलों के कार्यक्रम के लिए सचिवों का गठन. नीति आयोग ने परियोजनाओं के निर्माण में जिलों की सहायता के लिए एडीबी और यूएनडीपी विशेषज्ञों की एक टीम को मिलाकर एक परियोजना प्रबंधन इकाई का गठन किया है.
’मिशन निदेशक ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है, ‘ मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि कृपया जिलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जिला पदाधिकारी को एक अच्छी सेवा प्रविष्टि जारी करें.’
गया ज़िले के ज़िला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने कहा, “अतिरिक्त आवंटन का उपयोग जिले भर में महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा. ज़िले में चल रहे वंडर कार्यक्रम के तहत मातृ मृत्यु दर को कम करने की योजना तैयार की जाएगी. इस फंड का उपयोग श्रवण श्रुति कार्यक्रम के तहत हियरिंग लॉस की समस्या से पीड़ित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन के साथ साथ विभिन्न अत्याधुनिक उपकरणों की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए भी किया जाएगा.
आलोक कुमार
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