Saturday 9 February 2013

बिहार में 11 जिलों में लोकपाल नियुक्त


बिहार में 11 जिलों में लोकपाल नियुक्त

 पटना।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा के तहत लोकपाल को बहाल करना अनिवार्य है। बिहार में 2 फरवरी 2006 को मनरेगा लागू किया गया है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। पटना जिले के जमसौत पंचायत के जमसौत मुसहरी में जॉब कार्ड महादलितों को दिया गया। मनरेगा के 6 साल के बाद भी बिहार में 38 जिलों में केवल 11 जिलों में ही लोकपाल बहाल  किया जा सका है। शेश 27 जिलों में लोकपाल की नियुक्ति करने की प्रक्रिया जारी है।
     निर्धनतम क्षेत्र नागरिक समाज के द्वारा पटना में आयोजित मनरेगा अभियान सीएसओ मीट में आये प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए पश्चिम चम्पारण जिले के लोकपाल एम0पी0सिन्हा ने कहा कि पश्चिम चम्पारण में बैठने की जगह भी उपलब्ध नहीं करायी गयी है। किसी बैंक से अवकाश ग्रहण करने वाले बैंकर ने कहा कि मनरेगा से संबंधित दस्तावेजों को बैंग में रखकर कार्य सम्पादन किया जा रहा है। इससे साफ जाहिर है कि सरकार के द्वारा मनरेगा के प्रति किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है।
  झारखंड राज्य से आये गुरजीत सिंह ने कहा कि देशभर में झारखंड राज्य ही ऐसा है जो अपने सभी जिलों में लोकपाल नियुक्त कर चुका है। उसे प्रथम राज्य बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। झारखंड में लोकपाल के द्वारा मनरेगा में मनमर्जी करने वाले को 1 लाख 20 हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है। लोकपाल के द्वारा किये गये जुर्माना की चुनौती न्यायालय में नहीं दी जा सकती है।















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