Friday, 22 May 2015

बिहार में राजीव गांधी जी की एक भी प्रतिमा नहीं

  
पटना। भारत रत्न से सम्मानित हैं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी। काँग्रेसियों ने महरूम प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की 24 वीं पुणतिथि 21 मई को मनाया। सूबे में अनेक कार्यक्रम करके भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। काँग्रेसियों को खटका कि चौक-चौराहों पर देश के प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित नहीं है। इसके आलोक में काँग्रेसियों ने राज्य सरकार से मांग कर दी कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित की जाए।

देश के लोकप्रिय हैं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी। केन्द्रीय सरकार ने राजीव गाँधी को भारत रत्न से नवाजा है। वजह साफ है कि सूचना क्रान्ति के जनक थे। देश के विकास में अहम भूमिका अदा करने वाले युवाओं को पहचाना।लोकतंत्र में युवाओं को मतदान करने का अधिकार दिया। मतदान करने की आयु 21 वर्ष को घटाकर 18 साल कर दिए। इस तरह पंचायती राज के पुरोधा बन बैठे। इतना होने के बाद भी बिहार में इस हस्ति की प्रतिमा स्थापित नहीं है। काँग्रेसियों नेताओं में सिसिल साह, भावना झा आदि ने कहा कि बिहार में मोरिशस के राष्ट्रपति की प्रतिमा स्थापित है। यह काफी दुखद है कि हमारे चहेते पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की प्रतिमा स्थापित नहीं है। हरेक एक काँग्रेसी चाहते हैं कि बिहार में राजीव जी कि प्रतिमा स्थापित हो। लगे हाथ बिहार प्रदेश काँग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा. अशोक कुमार चौधरी से माँग की है कि जल्द से जल्द जन नेता राजीव जी कि प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह राज्स सरकार से करें।वहीं दिनेश सिंह ने कहा है कि यह बड़े खेद का विषय है। जिन्होंने देश के लिए कुर्वानी दी है। वहीं हम काँग्रेसी उनका सम्मान भी नही कर पा रहे हैं।

यह दुर्भाग्य है कि बिहार में सत्ता से बाहर हो जाने के बाद भी राजद और जदयू सरकार को काँग्रेसी समर्थन कर रहे हैं। बावजूद, इसके काँग्रेसी जन प्रतिनिधियों के द्वारा महरूम प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित करने की माँग सरकार से नहीं। इसका खामियाजा काँग्रेस और उनके जन नेता राजीव गाँधी को भुगतना पड़ रहा है। काँग्रेसी 24 साल के बाद आवाज बुलंद रहे हैं। इसे जनांदोलन का रूप देने की जरूरत है। ऐसा करने पर सरकार पर दबाव और जन संगठन निर्माण करने का मौका मिलेगा। जो आगामी चुनाव के समय फायदा देगा।

आलोक कुमार


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