Saturday 2 April 2016

बापू को थामकर 14 साल से आंदोलन करने वालों को सफलता मिलने की संभावना



दानापुर प्रखंड के अंचलाधिकारी राम प्रवेश राम की पहल


मानस ग्राम पंचायत के मानस में पुनर्वासित होंगे 247 विस्थापित


पटना। पूर्व मध्य रेलवे पाटलिपुत्र जंक्शन निर्माण से विस्थापित हैं 247 परिवार। जंक्शन के पूरब और पश्चिम में 50 साल से अधिक दिनों झोपड़ी निर्माण कर रहते थे। टेशलाल वर्मा नगर के गरीब भूमिहीन विस्थापित परिवार 2002 से ही पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। 2007 में 273 दिनों तक बेमियादी सत्याग्रह का अंजाम दिया है। दानापुर प्रखंड के परिसर में विस्थापित 24 घंटे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की तस्वीर को थामकर सत्याग्रही रूपी जंग लड़ते रहे। 

निरन्तर 8 साल प्रजातंत्र के चार स्तम्बों के पास जाकर गुहार लगाते रहे। लगातार कार्यपालिका, न्यायपालिका, विधायिका और पत्रकारिता के द्वार पर दस्तक देते रहे। 2007 में बेमियादी धरना देने के दरम्यान तेतरी देवी नामक सत्याग्रही की अकाल मौत हो गयी। 8 फरवरी 2007 में शहीद हो गयीं। इस शहीदी मौत से सत्याग्रहियों के हौसल्ले में गिरावट नहीं बल्कि हौसल्ला हिमालय की तरह अडिग हो गया। तब न जनाधारित आंदोलन को चलाने वालों ने 2010 में जनशक्ति के बल पर माननीय पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की। पटना उच्च न्यायालय के विद्वान अधिवक्ता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता द्वारा प्रेषित दस्तावेज के आलोक में माननीय न्यायालय ने मुख्य सचिव, बिहार सरकार को आदेश निर्गत किया कि 4 महीने के अंदर विस्थापितों को पुनर्वास करने की व्यवस्था करें।बिहार सरकार के आलाधिकारी अक्षम साबित हुए।

बिहार सरकार द्वारा माननीय पटना उच्च न्यायालय के पारित प्रस्ताव पर कार्रवाई नहीं करने से परेशान विस्थापित परिवार के लोगों ने जनवरी 2016 में माननीय पटना उच्च न्यायालय में अवमानना का मामला दायर कर दिया है। इस बीच विद्वान अधिवक्ता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता के असामयिक निधन हो गया। इसके आलोक में स्व0 महेन्द्र गुप्ता के सुपुत्र ब्रजेश कुमार गुप्ता अवमानना का मामला दायर किये हैं। अभी तक लिस्ट आउट नहीं है। 
पटना उच्च न्यायालय में अवमानना का मामला दायर करने के बाद विस्थापित परिवार 31 जनवरी 2016 से बापू की तस्वीर को लेकर सत्याग्रह शुरू कर दिये है। 60 दिनों से जारी है। उर्मिला देवी, देयमंती देवी, शर्मिला देवी, मुस्मात सुनैना देवी, राम बहादुर पंडित, मनोहर बिन्द आदि सत्याग्रह कर रहे हैं। प्रत्येक दिन 50 से अधिक सत्याग्रही रातदिन सत्याग्रह करते हैं। 
विस्थापितों का नेतृत्व करने वाले सुनील कुमार का कहना है कि दानापुर प्रखंड के अंचलाधिकारी राम प्रवेश राम ने पहल की है। मानस ग्राम पंचायत में 37 बीघा जमीन है।इसके चारों तरफ मानस गाँव है। इस मानस गाँव के बीच में हमलोगों को पुनर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। प्रत्येक 274 परिवारों को 5 डिसमिल जमीन दी जाएगी। जल्द से भूमि का पर्चा और जमीन का सीमांकन कर लोगों को दी जाए। जो गाँव में रोड है, उससे 5 फुट मिट्टी भरने की जरूरत है। ऐसा करने से बाढ़ के समय में घरों में देर से गंगा नदी का पानी का प्रवेश होगा। 

टेशलाल नगर की सुविधा बरकरार होः यहाँ पर 2 आंगनबाड़ी केन्द्र है। 1 राजकीय प्राथमिक विघालय है। इस सुविधा को मानस गाँव में पहुँचायी जाये। इसके साथ इंदिरा आवास योजना से मकान,बिजली, पेयजल, शौचालय, सामुदायिक भवन,सर्म्पक पथ आदि उलब्ध हो। अकिलपुर थाना को मानस गाँव में खोला जाये।



आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।



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