Thursday 16 March 2017

उर्सुलाईन चिकित्सा सेविकाओं की अन्तरप्रादेशिक कार्यशाला-2017 सम्पन्न



चिकित्सा सेवाओं में लगी हुई 

राँची।  गुमला, अम्बिकापुर और तेजपुर (असम) क्षेत्रों की 61 उर्सुलाईन सिस्टरों ने 10-12 मार्च को डोन बोस्को युथ सेन्टर राँची में आयोजित अन्तरप्रादेशिक कार्यशाला -2017 में भाग लिया। विषय था, चर्च की स्वास्थ्य सेवाओं को सुसमाचार सम्मत बेहतर बनाना। कार्यक्रम के मुख्य अनुप्राणदाता थे, डोन बोस्को युथ सेन्टर के फादर अशोक कुजूर। उन्होंने बेहतर सेवकाई के लिए जीवन-प्रबंधन से सम्बन्धित विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन किया। उनके सहयोगी थे, डोन बोस्को धर्मसंघ के ही फादर विपिन जोस और फादर चार्ल्स। झारखण्ड कुष्टरोग नियंत्रक अफसर, डॉ॰ एम॰ सेनगुप्ता ने स्वास्थ्य सेवा से सम्बन्धित सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। डॉ॰ दम्पति देवनिस कुजूर (रुमाटोलोजिस्ट) और डॉ॰ दीप्ति कुजर ने बाजारू रसोई तेलों के बदले खुद उपजाये हुए रसोई तेलों का उपभोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बढ़ते हुए विभिन्न रोगों का कारण बाजारू रसोई तेलों का सेवन है। उर्सुलाईन धर्मसंघ की सीनियर डॉ॰ सि॰ जसिन्ता बखला ने सबका उत्साह बढ़ाया। डॉ॰ सि॰ पुष्पा कुजूर ने प्रार्थना का भक्तिपूर्ण संचालन किया। कार्यक्रम में सि॰ मटिल्डा डुंगडुंग और सि॰ अन्ना मिंज (दोनों क्रमशः राँची और गुमला के सहायक प्रोविंशल) और सि॰ दोरोथिया कुल्लु, राँची प्रोविन्स की काउन्सिल सदस्या की उपस्थिति उत्साहवर्द्धक रही। कार्यक्रम की संयोजिका के रूप में मैंने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया।


आलोक कुमार


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