Thursday 16 March 2017

अल्पसंख्यक ईसाइयों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया


पटना। राजधानी में त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत का खात्मा। इसमें पूर्वी मैनपुरा ग्राम पंचायत, पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत, उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत, पूर्वी दीघा ग्राम पंचायत और पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत शामिल है। अब पटना नगर निगम के अभिन्न अंग है। अबतक त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत द्वारा कार्य अधूरा छोड़ा गया है। उसे पूरा करने का दायित्व पटना नगर निगम के जिम्मे गया है। अब इस तरह का आसरा लोग करने लगे हैं। सबसे अधिक उम्मीद पाल रखे हैं दीघा थाना क्षेत्र में है बांसकोठी क्रिश्चियन कॉलोनी के लोग। यहां के अल्पसंख्यक ईसाइयों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अख्तियार किया है जन प्रतिनिधियों ने। इन तथाकथित जन प्रतिनिधियों ने केवल पटना-दीघा मुख्य मार्ग से संर्पक मार्ग को ही शाइनिंग इंडिया की तरह शाइनिंग बना रखे हैं। शेष मार्ग चलने लायक भी नहीं है। मार्ग पर जल जमाव और कांदों का राज है।
खैर, अभी तक बांसकोठी क्रिश्चियन कॉलोनी उपेक्षित रहा है पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों से। खासकर विकास कार्य देखने वाले मुखिया और सदस्य ने सुधारात्मक कदम उठाया ही नहीं। केवल राशि का रोना रोकर लोगों को नरक में जीने को बाध्य कर दिया। अब जबकि ग्राम पंचायत को अधिग्रहण कर नगर निगम बना दिया गया है। अब वार्ड काउंसिलरों का दायित्व होगा। जो लोगों को नारकीय परिवेश से बाहर निकाल सके।

आलोक कुमार


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